- दिल्ली में पिछले 10 दिन में 50 हजार मामले सामने आए
- अस्पतालों में तेजी से भर रहे हैं कोरोना बेड्स
- दिल्ली सरकार नए सिरे योजना बनाने में जुटी
नई दिल्ली। क्या दिल्ली में कोरोना फिर दस्तक दे रहा है,अब सवाल यह है कि आखिर ऐसी बात क्यों है, दरअसल पिछले 10 दिनों में 50 हजार मामले सामने आए हैं। अगर बात मंगलवार की करें तो करीब 59 हजार सैंपल की जांच की गई और उसमें से 6 हजार से ज्यादा सैंपल पॉजिटिव मिले। संक्रमण की यह दर अब तक के रेट करीब आठ फीसद ज्यादा है। अगर बात ठीक होने वाले मरीजों की करें तो यह आंकड़ा तीन लाख 60 हजार से अधिक है।कोविड के कुल ऐक्टिव मरीजों में से करीब सात हजार मरीज अलग-अलग अस्पतालों में एडमिट हैं, 973 मरीज कोविड केयर सेंटर में और 358 मरीज कोविड हेल्थ सेंटर में हैं। इसके साथ ही साढ़े 21 हजार मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
सर्दी में और बढ़ सकते हैं केस
सर्दी के साथ साथ कोविड संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में रोजाना 5 हजार मरीज सामने आ रहे हैं, जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह संख्या 12 हजार तक पहुंच सकती है। अब दिल्ली सरकार ने एक बार फिर से कोविड मैनेजमेंट को और बेहतर करने की तैयारी शुरू कर दी है और बेड बढ़ाने की कवायद तेज हो गई है। यही नहीं, केंद्र सरकार के साथ मिलकर इस महामारी से निपटने में जुट भी गई है।
तेजी से भर रहे हैं अस्पतालों के बेड्स
नए मामलों के आने की वजह से बेड की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। एलएनजेपी अस्पताल के एम एस का कहना है कि पिछले दो-तीन दिनों से हर दिन 90 से 100 कोविड मरीज आ रहे हैं। अगस्त महीने में हर दिन 30 से भी कम मरीज आते थे। दिल्ली के अस्पतालों के आंकड़ों को देखें तो करीब 67 फीसट वेंटिलेटर वाले बेड और 69 फीसद बिना वेंटिलेटर के आईसीयू बेड मरीजों से भरे हैं।