- दिल्ली में कोविड-19 के रिकॉर्ड 3,947 नए मामले सामने आए हैं, जो एक दिन में सबसे ज्यादा हैं
- दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण से 2301 मौतें हो चुकी हैं
- दिल्ली में अभी तक 39,313 रोगी कोरोना से ठीक हो चुके हैं
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के 3947 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। दिल्ली में एक दिन में कोरोना मामलों की यह अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही यहां कोरोना पॉजिटिव रोगियों की कुल संख्या 66602 हो गई है। इसके अलावा बीते 24 घंटों में इस बीमारी से 68 लोगों की मृत्यु हुई है। इस बीच, उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गृह विभाग के प्रमुख सचिव, बीएस भल्ला को राजधानी में कोरोना मैनेजमेंट के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
39000 से ज्यादा मरीज ठीक हुए
दिल्ली सरकार ने कहा, दिल्ली में कोरोनावायरस से अभी तक 2301 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कुल 66,602 कोरोना संक्रमित रोगियों में से अभी तक 39,313 रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। बीते 24 घंटे के दौरान ही 2711 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। दिल्ली में फिलहाल 24,988 एक्टिव मामले हैं। इनमें से 12,963 रोगियों का उपचार उनके घर पर ही किया जा रहा है।
कोरोना रोगियों के उपचार को लेकर दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखा है। इसमें कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को क्वारंटीन सेंटर में जाकर चेकअप कराने का नियम वापस लेने की मांग की गई है।
दिल्ली सरकार का मानना है कि स्वयं प्रशासन और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित व्यक्ति के घर जाकर उसका चेकअप करें। दिल्ली सरकार ने यह नियम लागू करने के लिए उपराज्यपाल से दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी की बैठक बुलाने की मांग भी की है।
यह कैसा नियम: सिसोदिया
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, यह कैसा नियम है जिसके तहत कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो उसे खुद क्वॉरंटीन सेंटर जाना होगा। यदि वह नहीं गया तो पुलिस उसे लेकर जाएगी, ऐसे नियम से लोगों में काफी भय व्याप्त है। दिल्ली में प्रतिदिन तीन हजार से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें क्वॉरंटीन सेंटर पर जाकर लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ेगा। जहां उनकी तबीयत और खराब होगी, साथ ही अन्य लोग भी संक्रमित होंगे।