नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए वोटों की गिनती हुई। आम आदमी पार्टी ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि बीजेपी ने 08 सीटों पर कब्जा किया। एक बार फिर केजरीवाल सरकार बन रही है। इस बार विधानसभा चुनाव में 62.59 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले बार की तुलना में इस बार मतदान करीब 5 प्रतिशत कम है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच चल रहा है। दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों के लिए आठ फरवरी को मतदान हुआ। दिल्ली चुनाव के नतीजे 2020 LIVE
इस बार दिल्ली चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के कई नामी गिरामी चेहरे चुनाव मैदान में हैं। इनमें से ज्यादातर दिग्गज अपनी पुरानी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सबकी कोशिश चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचने की है। आइए एक नजर डालते हैं इन नेताओं के चुनाव नतीजों पर-
अरविंद केजरीवाल (नई दिल्ली)- जीत गए हैं
केजरीवाल तीसरी बार नई दिल्ली सीट से प्रत्याशी हैं। वह इस सीट से 2013 और 2015 में चुनाव लड़ चुके हैं। साल 2013 में उन्होंने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर सभी को चौंका दिया था। जबकि 2015 में उन्होंने भाजपा प्रत्याशी नुपूर शर्मा को हराया था। इस बार केजरीवाल का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी सुनील यादव और कांग्रेस उम्मीदवार रमेश सभरवाल से है। नई दिल्ली की यह सीट सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही है।
मनीष सिसोदिया (पटपड़गंज)- जीत गए हैं
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया तीसरी बार इस सीट से उम्मीदवार हैं। साल 2013 और 2015 के विस चुनाव में उन्होंने इस सीट से जीत दर्ज की। पटपड़गंज में ज्यादातर उत्तराखंड के लोग रहते हैं। पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में इस बार 61.28 फीसदी मतदान हुआ है। मनीष सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री हैं और उनका दावा है कि शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अच्छा काम किया है। इस सीट पर सिसोदिया का मुकाबला भाजपा के रवि नेगी और कांग्रेस के लक्ष्मण रावत से है।
सत्येंद्र कुमार जैन (शकूरबस्ती)- जीत गए हैं
सत्येंद्र जैन केजरीवाल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। इस बार वह शकूरबस्ती सीट से चुनाव मैदान में हैं। वर्ष 2015 के विस चुनाव में जैन ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। वर्ष 2013 के चुनाव में भी वह इसी सीट से विजयी हुए। जबकि वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के श्याम लाल गर्ग ने जीत हासिल की थी। जैन विवादों में भी रहे हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला भाजपा के एससी वत्स और कांग्रेस के देव राज अरोड़ा से है।
गोपाल राय (बाबरपुर)- जीत गए हैं
केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय एक बार फिर इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। साल 2015 के चुनाव में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता नरेश गौड़ को हराया।इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 12 मोहल्ला क्लीनिक बने हुए हैं। इसके साथ ही क्षेत्र में बाबरपुर बस टर्मिनल भी है, जहां से नई दिल्ली व ओखला के लिए बसें जाती हैं। इस सीट पर राय का मुकाबला भाजपा के नरेश गौड़ा और कांग्रेस की अनवीक्षा त्रिपाठी जैन से है।
इमरान हुसैन (बल्लीमारान)- जीत गए हैं
आप के दिग्गज नेताओं में शुमार इमरान हुसैन बल्लीमारान से चुनाव मैदान में हैं। 2015 के विस चुनाव में इन्होंने इसी सीट से जीत दर्ज की। वर्तमान में वह दिल्ली सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री हैं। इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता हारून यूसुफ कई बार विधायक रहे हैं। इस बार हुसैन का मुकाबला भाजपा की लता सोढी और कांग्रेस के हारून यूसुफ से है।
राजेंद्र पाल गौतम (सीमापुरी)- जीत गए हैं
सीमापुरी विधानसभा सीट पर राजेंद्र पाल गौतम एक बार फिर उम्मीदवार हैं। क्षेत्र में राजेंद्र पाल गौतम की लोकप्रियता और उनके कामकाज के आधार पर 'आप' ने एक बार फिर उन पर भरोसा जताते हुए यहां से टिकट दिया है। सीमापुरी सीट के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो यह सीट कांग्रेस के वर्चस्व वाली मानी जाती है। कांग्रेस के नेता वीर सिंह धींगान लगातार तीन बार इस सीट से विधायक रहे हैं। इस सीट पर गौतम का मुकाबला कांग्रेस के वीर सिंह ढींगान से है।
कैलाश गहलोत (नजफगढ़)- जीते गए हैं
गहलोत एक बार फिर दिल्ली का नजफगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार है। यह इलाका हरियाणा की सीमा से सटा है। आठ फरवरी को नजफगढ़ सीट पर 64.41 फीसद वोटिंग हुई। इस सीट पर गहलोत का मुकाबला भाजपा के अजीत खड़खड़ी और कांग्रेस के साहिब सिंह यादव से है।
शोएब इकबाल (मटियामहल)- जीत गए हैं
पिछले चुनाव में आसिम अहमद खान ने इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता शोएब इकबाल को हराया था। शोएब इकबाल के आप में शामिल हो जाने के बाद इस सीट पर शोएब इकबाल को टिकट दिया गया है। इस बार इस सीट पर शोएब का मुकाबला भाजपा के रवींद्र गुप्ता और कांग्रेस के मिर्जा जावेद अली से है।
आतिशी (कालकाजी)- जीत गई हैं
आतिशी आम आदमी पार्टी के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुकी है। वह पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार थीं लेकिन वह चुनाव हार गईं। केजरीवाल की पार्टी ने उन्हें इस बार कालकाजी से अपना उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर आतिशी का मुकाबला भाजपा के धर्मवीर सिंह और कांग्रेस की शिवानी चोपड़ा से है। लोकसभा चुनाव में क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर ने उन्हें हराया।
राघव चड्ढा (राजेंद्र नगर)- जीत गए हैं
राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी का युवा चेहरा हैं। चड्ढा ने पिछला लोकसभा चुनाव दक्षिणी दिल्ली सीट से लड़ा था लेकिन वह हार गए। पार्टी ने इस बार उन्हें विधानसभा का टिकट दिया है। चड्ढा की छवि एक प्रखर एवं तेजतर्रार प्रवक्ता की है। इस बार उनका मुकाबला भाजपा के आरपी सिंह और कांग्रेस के रॉकी तौसीद से है।
प्रीति तोमर (त्रिनगर)- जीत गई हैं
प्रीति तोमर विवादों में रहे जितेंद्र सिंह तोमर की पत्नी हैं। गलत जानकारी देने पर चुनाव आयोग ने जितेंद्र सिंह का नामांकन रद्द कर दिया। इसके बाद आप ने तोमर की पत्नी प्रीति तोमर को टिकट दिया। साल 2015 इस सीट से जितेंद्र विजयी हुए। इस बार इस सीट पर प्रीति का मुकाबला भाजपा के तिलक राम गुप्ता और कांग्रेस के कमल कांत शर्मा से है।
अमानतुल्ला (ओखला) जीत गए हैं
अमानतुल्ला खान ओखला विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी (AAP) से उम्मीदवार हैं। अमानतुल्ला खान का मुकाबला भाजपा के ब्रह्म सिंह और कांग्रेस के परवेज हाशमी से है।
दिलीप पांडे (तिमारपुर) जीत गए हैं
AAP के वरिष्ठ नेता दिलीप पांडे का मुकाबला BJP के सुरेंद्र सिंह बिट्टो और कांग्रेस के अमर लता सांगवान से मुकाबला है। दिलीप पांडे ने पिछले साल के लोकसभा चुनाव में उत्तर पूर्वी दिल्ली से दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि वो हार गए थे।