- दिल्ली और एनसीआर में कड़ाके की ठंड
- बुधवार के बाद से कुछ राहत मिलने की उम्मीद
- ठंड के लिये पश्चिमी विक्षोभ जिम्मेदार
दिल्ली और एनसीआर में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के आंकड़े के मुताबिक अधिकतम तापमान 15 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री है। ठंड की वजह से लोग घरों में दुबके हैं। जिन लोगों के पास साधन है वो तो अपना बचाव कर पा रहे हैं। लेकिन उन लोगों के सामने मुश्किल अधिक है जिनके पास संसाधन की कमी है। सरकार की तरफ से रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है। लेकिन उसे लेकर लोगों को शिकायतें भी हैं। इन सबके बीच चाय और अलाव ही सहारा बने हुए हैं।
दिल्ली में कड़ाके की ठंड
यह राजधानी दिल्ली की अजमेरी गेट, कनॉट प्लेस और तिलक मार्ग की तस्वीरें हैं। यह तस्वीरें खुद ब खुद हालात को बयां कर रही हैं। सबसे बड़ी परेशानी उन लोगों के सामने है जिनका अपना कोई घर नहीं है। लोगों का कहना है कि यह बात सच है कि दिल्ली में रैन बसेरे बनाए गए हैं। लेकिन उन रैन बसेरों में जगह और सुविधाओं की कमी है। अब ऐसी सूरत में सड़क पर रात काटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
क्या है पब्लिक की राय
लक्ष्मी नगर की रहने वाली सविता कहती हैं कि आमतौर पर दिल्ली में ठंड इस महीने में होती है। लेकिन पिछले एक हफ्ते से जो तस्वीर बनी हुई है उसमें परेशानी बढ़ गई है। ठंड की वजह से सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गों और बच्चों को हो रही है। इससे भी बड़ी बात यह है कि हम सब कोविड का भी सामना कर रहे हैं और उस वजह से भी परेशानी बढ़ी है। बड़ी बात यह है कि अगर किसी के घर में दो कमरे हैं और उस घर में कोई कोविड का मरीज हो तो मुश्किल और बढ़ गई है।
मुखर्जी नगर की रहने वाली रेशमा का कहना है कि आमतौर पर खिचड़ी के बाद ठंड में कमी आने का दौर शुरू हो जाता था। लेकिन इस दफा ऐसा नहीं लग रहा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले सोमवार तक राहत नहीं मिलने वाली है। जिन लोगों के पास साधन है वो तो ठंड का सामना कर रहे हैं। लेकिन परेशानी साधनविहीन और बेजुबानों को हो रही है। बता दें कि मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से ठंड का प्रकोप रहेगा।