delhi Covid-19 cases Rise: देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के केसों में धीरे-धीरे वृर्द्धि हो रही है साथ ही संक्रमण की दर भी बढ़ रही है, इस पर दिल्ली सरकार का कहना है कि घबराने की जरूत नहीं है सरकार इस स्थिति पर निगाह रखे हुए है और उसी के मुताबिक उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
गौर हो दिल्ली-एनसीआर में कोरोना केस फिर से रफ्तार पकड़ते दिख रहे हैं,पिछले 24 घंटों में 366 नए मामले सामने आए हैं, जबकि पॉजिटिविटी रेट करीब 4% पहुंचा (3.95%), वहीं दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 325 नए मामले सामने आए और महामारी से किसी की मौत नहीं हुई। इसके साथ ही संक्रमण की दर 2.39 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
शहर के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण की दर एक सप्ताह के भीतर बढ़कर 2.39 प्रतिशत हो गई है। वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सभी अस्पताल 'अलर्ट' पर रहने को कहा गया है।
Delhi-NCR में बच्चों में कोरोना का विस्फोट, 24 घंटे में 16 नए छात्र हुए कोविड पॉजिटिव
डॉक्टरों ने कहा कि संक्रमण की दर बढ़ने से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि संक्रमण के दैनिक मामले बहुत कम हैं।वहीं दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों की बात करें तो यहां भी कुछ स्कूलों में स्टूडेंट और कहीं टीचिंग स्टॉफ भी इसकी चपेट में आते दिख रहे हैं, इसको देखते हुए दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में है।
स्कूलों के लिए कोरोना की नई गाइडलाइन जारी
दिल्ली सरकार की ओर से स्कूलों के लिए कोरोना गाइडलाइन जारी कर दी गई है। जिसमें यह बताया गया है कि किसी स्कूल में कोई बच्चा या स्टाफ कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्या करना है, दिल्ली के शिक्षा मंत्री और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि गाइडलाइन के मुताबिक केवल विशिष्ट विंग (specific wing) या क्लास (class) जहां कोई व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया गया था उसे अस्थायी रूप से बंद किया जाना चाहिए। स्कूल पूरे कैंपस को बंद करने का भी निर्णय ले सकते हैं जहां संक्रमित बच्चा या कर्मचारी दूसरे एरिया से गुजरा हो।
वसंत कुंज इलाके के एक निजी स्कूल के छात्र कोरोना संक्रमित
दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में स्थित एक निजी स्कूल के कम से कम पांच छात्र और कर्मचारियों की जांच में गत सप्ताह कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। अभिभावकों के एक वर्ग का दावा है कि स्कूल ने उन्हें इसकी सूचना नहीं दी और बच्चे संक्रमितों के साथ कक्षा में शामिल होते रहे। वहीं, स्कूल ने इस आरोप का खंडन किया है। स्कूल प्रबंधन के एक प्रतिनिधि ने कहा कि जिस कक्षा में छात्र संक्रमित पाया गया हर उस कक्षा के विद्यार्थियों के अभिभावकों को कक्षा के व्हाट्सऐप ग्रुप में इसकी जानकारी दी गई। नोएडा और गाजियाबाद के निजी स्कूलों में भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।