- दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले 5 लाख से ज्यादा हो गए हैं
- राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं
- गृह मंत्रालय की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज आने वाले आंकड़ें खौफ बढ़ा रहे हैं। बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 7486 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से 131 और मरीजों की मौत हो गई। एक दिन में कोविड-19 से मरने वालों की यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। देखा जाए तो हर घंटे में 5 से ज्यादा मौतें हुई हैं और हर 10 मिनट में लगभग एक मौत हुई है। इससे पता चलता है कि स्थिति कितनी चिंताजनक हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना के मामले 5 लाख से ज्यादा हो गए हैं, जबकि अभी तक 7943 लोगों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले 5,03,084 हैं, जिसमें से 4,52,683 ठीक हो चुके हैं। वहीं अभी 42,458 सक्रिय मामले हैं।
आज सर्वदलीय बैठक
वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड-19 महामारी की स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक के लिए आम आदमी पार्टी, भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं को बुलाया गया है। केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के मामलों में तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर अगले कुछ दिनों में दिल्ली सरकार के विभिन्न अस्पतालों में 660 से ज्यादा आईसीयू बेड जोड़े जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ पूर्वी दिल्ली में जीटीबी अस्पताल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमने जीटीबी अस्पताल के डॉक्टरों के साथ बैठक की और वे अगले दो दिनों में 238 आईसीयू बेड जोड़ने पर राजी हो गए। इसके अलावा अगले कुछ दिनों में दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में 663 आईसीयू बेड जोड़े जाएंगे।'
दिल्ली में 28 अक्टूबर के बाद से संक्रमण के मामले काफी बढ़े हैं जब पहली बार 5,000 से ज्यादा मामले आए थे । उसके बाद 11 नवंबर को 8,000 से ज्यादा मामले आए। 12 नवंबर को एक ही दिन 104 लोगों की मौत हुई थी।
गृह मंत्रालय ने उठाए कदम
इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि कोविड-19 ड्यूटी के लिए अर्द्धसैनिक बलों के 45 डॉक्टर और 160 चिकित्साकर्मी दिल्ली पहुंच चुके हैं, वहीं भारतीय रेल राष्ट्रीय राजधानी को 800 बिस्तरों वाले कोच उपलब्ध कराएगा जिनका उपयोग स्वास्थ्य और पृथक-वास केंद्रों के रूप में होगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) दिल्ली हवाईअड्डे के पास स्थित कोविड-19 अस्पताल में अगले तीन-चार दिनों में आईसीयू में मौजूदा 250 बिस्तरों में 250 अतिरिक्त बिस्तर जोड़ने जा रहा है। इसके अलावा 35 बीआईपीएपी बिस्तर भी उपल्बध कराए जाएंगे।
गृह मंत्रालय ने विशेषज्ञों की 10 टीमें बनाई हैं जो दिल्ली के 100 से ज्यादा निजी अस्पतालों में जाकर वहां बिस्तरों के उपयोग, जांच की क्षमता और आईसीयू के लिए अतिरिक्त बिस्तरों की पहचान करने का काम करेंगी। टीमें अस्पतालों का दौरा कर रही हैं। भारतीय रेल शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 800 बिस्तरों वाले कोच मुहैया करा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और दिल्ली सरकार साथ मिलकर नवंबर के अंत तक 60,000 आरटी-पीसीआर जांच प्रतिदिन की क्षमता विकसित करने पर काम कर रहे हैं।