- दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 को 2914 नए मामले सामने आए
- दिल्ली में मरने वालों की संख्या बढ़कर 4513 हो गई है
- सितंबर में लगातार चौथे 2000 से ज्यादा मामले सामने आए
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में पिछले एक महीने में 90% से अधिक वृद्धि हुई है। 4 अगस्त को दिल्ली के कोरोना के एक्टिव केस 9897 थे, जो 4 सितंबर को 18,842 हो गए। हालांकि दिल्ली में सक्रिय मामले कुल मामलों के केवल 10% हैं। जून के अंत में जब दिल्ली में कोविड का प्रकोप अपने चरम पर था, सक्रिय मामले 28,000 तक पहुंच गए थे। 31 जुलाई तक सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 10,705 हो गई थी।
चार अगस्त को पहली बार यह आंकड़ा घटकर 10,000 से कम 9,897 पहुंच गया। इसके साथ ही राजधानी में संक्रमण से ठीक होने की दर में वृद्धि और नए मामलों में कमी देखी गई। लेकिन जैसे ही यह लगने लगा कि यह संख्या और घट सकती है तभी संक्रणण से नए मामलों में आती वृद्धि के साथ ही यह आंकड़ा भी बढ़ने लगा।
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में अन्य राज्यों के लोग भी इलाज के लिए आ रहे हैं। वर्तमान में सभी अस्पतालों में लगभग 33% बेड पर दूसरे राज्यों के लोग हैं। इसके अलावा दिल्ली के निजी अस्पतालों में 70% आईसीयू बेड पर भी दूसरे राज्यों के लोग हैं। सरकारी अधिकारी के अनुसार, 'गुरुवार को दिल्ली के अस्पतालों में लगभग 14,000 कोवि[-19 बेड थे। इनमें से कम से कम 4,500 बिस्तर भरे हुए हैं। इन 4,500 बिस्तरों में से लगभग 1500 जो 33% है, अन्य राज्यों के रोगियों को आवंटित किए गए हैं।'
निजी अस्पतालों में कुल 1200 आईसीयू बेड हैं जो कोविड-19 रोगियों को समर्पित हैं- जिसमें वेंटिलेटर भी शामिल हैं। इन 1200 आईसीयू बेड में से 870 भरे हुए हैं। इन 870 में से लगभग 70% अन्य राज्यों के रोगियों को आवंटित किए गए।
जून में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि जब तक कोरोना की स्थिति थम नहीं जाती है शहर के निजी और दिल्ली के सरकारी अस्पतालों को दिल्ली वालों के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए। हालांकि, उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उनके फैसले को पलट दिया। दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1.85 लाख के पार पहुंच गई जबकि महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4513 हो गई है।