नई दिल्ली: देश के कई राज्यों की तरह राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा रही है। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन शनिवार को भी कोरोना वायरस संक्रमण के 1,500 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, जबकि 10 और लोगों की मौत हुई है, जो पिछले ढाई महीने में सबसे ज्यादा है। इसी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों के शामिल होने को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
दिल्ली में शादी समारोह में शामिल होने वाले अधिकतम लोगों की संख्या घटाकर 100 की गई हैं।
अभी तक 200 लोग इकट्ठे हो सकते थे। ये नियम बंद जगह के लिए है। हालांकि खुली जगह में शादी समारोह में अधिकतम 200 लोग एकत्र हो सकते हैं। पहले इस पर कोई सीमा नहीं थी। वहीं अंतिम संस्कार में अधिकतम 50 लोग इकट्ठे हो सकते हैं। यह आदेश 30 अप्रैल तक लागू रहेंगे।
दिल्ली में 10,987 लोगों की मौत
दिल्ली कुल संक्रमित लोगों की संख्या 6,55,834 हो गई है जबकि 6.38 लाख से ज्यादा मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 15 दिसंबर, 2020 (1,617) के बाद शनिवार को सबसे ज्यादा नए मामले आए हैं। शहर में शुक्रवार को 1,534 नए मामले आए थे जबकि बृहस्पतिवार को 1,515, बुधवार को 1,254 और मंगलवार को 1,101 नए मामले आए थे। उपचाराधीन मरीजों की संख्या शुक्रवार को 6,051 थी, जो बढ़कर 6,625 हो गयी है। राष्ट्रीय राजधानी में महामारी से अभी तक 10,987 लोगों की मौत हुई है।
दिल्ली में लॉकडाउन की संभावना नहीं: मंत्री
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में फिर से लॉकडाउन लगाने की संभावना से इनकार कर दिया और कहा कि यह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का समाधान नहीं है। जैन ने कहा कि पहले लॉकडाउन लागू करने का एक कारण था, क्योंकि किसी को इस वायरस के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, 'किसी व्यक्ति को संक्रमित होने और उससे उबरने में 14 दिन का समय लगता है। विशेषज्ञों ने कहा कि यदि 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया, तो वायरस खत्म हो जाएगा। प्राधिकारी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते रहे, लेकिन वायरस समाप्त नहीं हुआ। मुझे नहीं लगता कि लॉकडाउन कोई समाधान है।