- दिल्ली पुलिस की सायबर सेल के हत्थे चढ़ा गिरोह, तीन साल से कर रहा था ठगी का काम
- फर्जी वेबसाइट्स के जरिए लोगों को मुर्ख बनाने की कवायद
- करीब 10 हजार लोगों को गिरोह ने बनाया निशाना, करीब 25 करोड़ की ठगी
दिल्ली पुलिस की सायबर सेल ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो अब तक 10 हजार लोगों को करीब 25 करोड़ रुपए का चूना लगा चुका है। गिरोह फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए लोगों को ठगने का काम करता था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि गिरोह के लोग पिछले तीन साल से ठगी के इस धंधे में सक्रिय थे। इस मामले में गैंग के मास्टरमाइंड विजय अरोरा की पहचान हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि विजय अरोरा ने ग्राहकों के साथ फर्जीवाड़े के लिए फर्जी इ कॉमर्स वेबसाइट बनाया था। सर्ज इंजिन ऑप्टीमाइजेशन के जरिए वो अपने डिजिटल मार्केटिंग को आक्रामक अंदाज में बढ़ाने का काम कर रहा था।
कम कीमत का झांसा और खराब सामान की डिलीवरी
सायबर सेल का कहना है कि ऐसे ग्राहक जो इलेक्ट्रानिक गैजेट्स या कपड़ों की खरीद करना चाहते थे उन्हें खासतौर पर निशाना बनाता था। पीड़ित लोगों का कहना है कि उन्हें कम कीमत पर सामान देने का लालच दिया जाता था। ग्राहक ऑनलाइम पेमेंट किया करते थे और उसके बदले खराब गुणवत्ता वाले सामान की डिलीवरी होती थी।
इस तरह मामला आया सामने
मामला तब सामने आया जब कई लोगों ने पुलिस से धोखाधड़ी की शिकायत की। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्होंने www.bookmytab.com वेबसाइट से एक टैबलेट का ऑर्डर दिया लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला और न ही उन्हें अपना पैसा वापस मिला। शिकायत के बाद साइबर सेल ने मामले की जांच की और पता चला कि इन लोगों के साथ एक अच्छी तरह से संचालित गिरोह ने ठगी की है।पुलिस ने अपनी जांच के दौरान विजय अरोड़ा पर छापा मारा और घटिया किस्म का सामान जब्त किया। बाद में पुलिस को फर्जी वेबसाइटों का प्रचार करने वाले लोगों के बारे में पता चला और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।