- महिला फर्जी पहचान पत्र के सहारे दर्ज कराती थी झूठे मामले
- इस गिरोह में एक अन्य महिला और दो पुरुष भी हैं शामिल
- महिला ने द्वारका साउथ थाने में दर्ज कराया था दुष्कर्म मामला
Delhi Crime: दिल्ली में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो पहले पुलिस के पास दुष्कर्म की झूठी शिकायते दर्ज कराता और फिर मामला वापस लेने के एवज में उगाही करता। इस गिरोह की मुख्य सदस्य एक महिला है जो अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली के चार अलग-अलग थानों में सामूहिक दुष्कर्म की झूठी शिकायत दर्ज करा चुकी है। द्वारका साउथ थाना पुलिस ने इस गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आरोपित महिला के कब्जे से एक फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया है।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने बताया कि इस आरोपी महिला ने बीते 22 जून को द्वारका साउथ थाने में सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने बताया था कि उसे नशीला पदार्थ पिलाकर तीन लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया है। इस मामले की जांच के दौरान ही गिरोह का पता चला। जिसके बाद महिला को धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित महिला से पूछताछ में पता चला कि यह महिला एक अन्य महिला और दो अन्य लोगों के साथ सेक्सटाॅर्शन गिरोह चलाते है।
दिल्ली के साथ हरियाणा के थानों में भी सामूहिक दुष्कर्म के मामले दर्ज
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आशीष कुमार दुबे के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। जांच के दौरान जब टीम महिला द्वारा दिए गए पते पर पहुंची तो पता गलत पाया गया। इस दौरान दुष्कर्म के आरोपितों से घटना के बारे में पूछताछ व छानबीन की जा रही थी। आरोपियों के मोबाइल नंबरों की लोकेशन व सीडीआर खंगाने पर पता चला कि वे महिला द्वारा बताए गए जगह पर मौजूद ही नहीं थे। साथ ही महिला का लोकेशन भी दुष्कर्म वाली जगह पर नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता के मोबाइल की जांच की तो पता चला कि उसका मोबाइल नंबर दूसरे नाम और पते पर पंजीकृत है। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता के बारे में गहराई से छानबीन शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि उक्त महिला ने सीमापुरी थाने में अपने असली नाम से सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। इसके अलावा हरियाणा के कोंडली व सोनीपत में भी इसी महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है।