- दिल्ली विधानसभा में मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट हुआ पेश
- दिल्ली सरकार ने इस बजट के लिए लोगों से ली है राय
- बीते साल दिल्ली सरकार ने पेश किया था 69 हजार करोड़ रुपये का बजट
Delhi Budget: दिल्ली सरकार आज 2022-23 का बजट पेश किया गया। इस बजट को दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने पेश किया। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 75,800 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। मनीष सिसोदिया ने कहा कि देश के जीडीपी में दिल्ली की भागीदारी 2011-12 में 3.94 प्रतिशत से बढ़कर 2021-22 में 4.21 प्रतिशत हो गई है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली के बजट में नगर निकायों को 6,154 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। मनीष सिसोदिया ने कहा कि आगामी पांच साल में दिल्ली में कामकाजी आबादी 33 प्रतिशत से बढ़कर 45 प्रतिशत हो जाएगी।
बजट की मुख्य बातें
- दिल्ली बाजार पोर्टल दुकानदारों को उपभोक्ताओं से जोड़ेगा। गांधी नगर में एशिया के सबसे बड़े कपड़ा बाजार को कपड़ा केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
- खरीदारी उत्सवों से पर्यटकों की संख्या चार लाख बढ़ेगी, इन क्षेत्रों में कार्यरत 12 लाख लोगों के जीवन पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा।
- नयी स्टार्ट अप नीति शुरू की जाएगी। ‘दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल’ और ‘दिल्ली होलसेल शॉपिंग फेस्टिवल’ के लिए 250 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
- हमें अगले पांच साल में खुदरा क्षेत्र में तीन लाख नौकरियां और अगले एक साल में 1.20 लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
- ‘रोजगार बाजार’ के लिए 20 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए, इससे दिल्ली में 10 लाख विक्रेताओं को लाभ होने की उम्मीद।‘स्मार्ट शहरी खेती’ पहल के तहत महिलाओं के लिए 25,000 नौकरियां पैदा होंगी।
- स्मार्ट शहरी खेती को बढ़ावा दिया जाएगा, इसे पूसा संस्थान के सहयोग से जन आंदोलन में बदला जाएगा; इससे 25,000 नौकरियां पैदा होने की उम्मीद है।
- दिल्ली में पिछले सात साल में 1.78 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला, जिनमें से 51,307 लोगों को सरकारी नौकरियां मिलीं।
- कोरोना वायरस संक्रमण के बाद से दिल्ली में निजी क्षेत्र ने 10 लाख नौकरियां पैदा कीं। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली का बजट ‘रोजगार बजट’ है।
- अगले पांच साल में 20 लाख नई नौकरियां पैदा की जाएंगी। दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोविड-19 के मार से धीरे-धीरे उबर रही है।
सालाना आय बढ़ी
बजट पेश करने से पहले मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा में साल 2021-22 के आउटकम बजट की स्टेटस रिपोर्ट पेश की थी जिसमें सिसोदिया ने बताया था कि प्रति व्यक्ति आय के मामले में सिक्किम और गोवा के बाद तीसरे स्थान पर दिल्ली है। दिल्ली में 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय सालाना आधार पर 16.81% बढ़कर 4,01,982 रुपये हुई।
शुक्रवार को पेश की थी आउटकम रिपोर्ट
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को विधानसभा में वर्ष 2021-22 के लिए ‘आउटकम बजट’ की स्थिति रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का परिणाम बजट पहली बार लाया गया है जिसमें सरकार द्वारा विभिन्न परियोजनाओं की स्थिति की पूरी जानकारी दी जाती है। स्थिति रिपोर्ट पेश करते हुए सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार ने विद्यालयों में 13,181 कक्षाओं का निर्माण करवाया है और सरकारी स्कूलों में पंजीकृत छात्रों की संख्या 15 लाख से बढ़कर 18 लाख हो गई है।