नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच देखा जा रहा है। एक तरफ आप का दावा है कि इस बार दिल्ली काम पर वोट करेगी और केजरीवाल पर मुहर लगाएगी। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी का दावा है कि दिल्ली को अराजक तत्वों से सुरक्षित रखने के लिए नरेंद्र मोदी को जीताना जरूरी है। इसलिए बीजेपी बार-बार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को देशद्रोही कह रही है और उसके नेता एक के बाद एक आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह भी अपनी जनसभा में शाहीन बाग का जमकर जिक्र कर रहे हैं और इसे लेकर केजरीवाल पर सवाल उठा रहे हैं।
'हिंदुस्तान टाइम्स' की खबर के अनुसार, शाहीन बाग प्रदर्शन का दिल्ली चुनाव में मुद्दा बनना बीजेपी के लिए अच्छी खबर है। आंतरिक सर्वे के अनुसार, दिल्ली में बीजेपी की स्थिति में पहले की तुलना में फायदा हो रहा है। उसे 70 सीटों में से 30-35 सीटें मिल सकती हैं।
बीजेपी के नेताओं के अनुसार, 40 दिन से ज्यादा से शाहीन बाग में जारी धरने से लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। धरने से ट्रैफिक की समस्या बढ़ गई है। इससे लोगों को तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि चुनावों के और नजदीक आते ही भाजपा की रैली और बढ़ सकती है। 2015 में बीजेपी को सिर्फ 3 सीटें मिली थीं, जबकि आप को 67 सीटों पर जीत हासिल हुई थी।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है, 'यह सच है कि अब हम बहुत अच्छा कर रहे हैं। लोगों ने शाहीन बाग की मानसिकता पर प्रतिक्रिया दी है- मनीष सिसोदिया का बयान है कि वो और उनकी पार्टी शाहीन बाग के खड़ी है।'
दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि यह दो कारणों का संयोजन है- शाहीन बाग आंदोलन, जिसने विघटनकारी तत्वों को दिखाने के भाजपा के अभियान को गति देने में मदद की। दूसरा विफलताओं पर AAP सरकार का पर्दाफाश हुआ है। यदि आप मुझसे पूछें तो शाहीन बाग की विरोधी भावनाओं ने हमारे पक्ष में काम किया, लेकिन जो काम किया वह यह है कि हम लोगों को यह बताने में सक्षम रहे कि AAP सरकार ने दिल्ली के लोगों को आयुष्मान भारत से दूर रखा जो मोदी सरकार ने पेश की थी। हमारी टैली में वृद्धि होगी, और हम अगले तीन या चार दिनों में AAP से आगे निकल जाएंगे।
अन्य नेताओं ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों से भी उम्मीद जगी है। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि शाह ने कहा कि उन्हें उनके कैंपेन के दौरान अधिकांश क्षेत्रों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है।