- सरकार कौशल से जुड़ी शिक्षा भी प्रदान करेगी
- 'मिशन बुनियाद' को बढ़ावा देने के लिए
- सरकार छात्रों का मूलभूत कौशल और मजबूत करेगी
Mission Buniyad News: दिल्ली सरकार ने स्कूली बच्चों के कौशल विकास को विकसित करने के लिए खास पहल शुरू करने का फैसला किया है। अब सरकार बच्चों को केवल किताबी ज्ञान नहीं बल्कि अन्य कौशल से जुड़ी शिक्षा भी प्रदान करेगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने क्लाइसवाइज पाठ्यक्रम कम करने का फैसला किया है। सरकार यह पाठ्यक्रम 'मिशन बुनियाद' को बढ़ावा देने के लिए कम कर रही है।
'मिशन बुनियाद' के जरिए सरकार छात्रों का मूलभूत कौशल और मजबूत करेगी। छात्र इसके लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकाल सकें इसलिए पाठ्यक्रम को कम किया जा रहा है। इस बात की जानकारी दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दी है।
बच्चों के सीखने के कौशल में सुधार के लिए 'मिशन बुनियाद'
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने फरवरी 2018 में राज्य और नगर निगम की ओर से चल रहे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सीखने के कौशल में सुधार के लिए 'मिशन बुनियाद' शुरू किया था। इस बाबत उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि बुनियादी कौशल को मजबूत करने के लिए ज्यादा समय और अवसर होने जरूरी है। इसे पैदा करने के लिए क्लासवाइज पाठ्यक्रम को कम किया जाएगा। टीचर हर एक बच्चे का साप्ताहिक मूल्यांकन करेंगे और स्कूल प्रमुख उनकी प्रगति की निगरानी करेंगे।
सीखने के स्तर का मूल्यांकन
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा है कि मिशन बुनियाद 31 अगस्त तक स्कूलों में जारी रहेगा और अगस्त के आखिरी में इसकी समीक्षा की जाएगी। बच्चों के सीखने के स्तर को उनके माता-पिता के साथ चर्चा करने के लिए जुलाई के महीने में दिल्ली सरकार और एमसीडी के स्कूलों में एक मेगा पीटीएम (अभिभावक-शिक्षक बैठक) आयोजित की जाएगी। सिविल स्कूलों में क्लास 3 से 5 तक और सरकारी स्कूलों में क्लास 6 से 8 तक के लिए अप्रैल से जून तक चलने वाले 'मिशन बुनियाद' कार्यक्रम के तहत, बच्चों का सीखने के स्तर का मूल्यांकन होता है, जिसके आधार पर उन्हें विशेष 'मिशन बुनियाद' में नामांकित किया जाएगा।