- दिल्ली सरकार ने निजी अस्पतालों को 60 फीसदी बेड कोरोना के मरीजों के लिए सुरक्षित रखने को कहा है
- राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बिगड़ते हालात के बीच सरकार का यह आदेश आया है
- इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड वैक्सीन अगले दो माह में मिल जाने की उम्मीद है
नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण बिगड़ते हालात के बीच सरकार कोविड मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में अधिक से अधिक बिस्तरों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने में जुटी है। सरकार ने यहां निजी अस्पतालों को अपने 60 प्रतिशत बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के लिए कहा है। वहीं केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने उम्मीद जताई है कि कोरोना वायरस से निजात के लिए वैक्सीन अगले दो महीनों में उपलब्ध हो जाएगी।
दिल्ली में बढ़ते कोरोना कहर के बीच स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के 90 अस्पतालों को अपने 60 प्रतिशत बेड कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए आरक्षित रखने को कहा है। इससे यहां कोविड के उपचार के लिए निजी अस्पतालों में 2644 बिस्तरों की बढ़ोतरी होगी।
मास्क नहीं लगाने पर बढ़ाया गया जुर्माना
दिल्ली में बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने गुरुवार को फेस मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना राशि 500 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये करने की घोषणा भी की है। यहां कोविड-19 के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड की कमी को लेकर भी चिंता बढ़ रही है। आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में करीब 60 अस्पतालों में वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड नहीं हैं।
यहां बुधवार को जहां संक्रमण के 7,486 नए मामले सामने आए थे, वहीं 131 मरीजों की जान चली गई थी। यह दिल्ली में एक दिन में जान गंवाने वालों की सबसे बड़ी संख्या रही। यहां संक्रमण के कुल मामले 5 लाख से अधिक हो चुके हैं, जबकि मृतकों की संख्या 7,943 हो गई है।
अगले दो माह में वैक्सीन मिल जाने की उम्मीद
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वैक्सीन अगले दो महीनों में उपलब्ध हो जाने की उम्मीद है और जुलाई-अगस्त तक 25-30 करोड़ लोगों के लिए 40-50 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के खिलाफ एक इंटीग्रेटेड रेस्पॉन्स सिस्टम शुरू किया गया है और बड़ी वैक्सीन के लिए यहां क्लिनिकल ट्रायल भी होगा। फिलहाल करीब 20 वैक्सीन को लेकर काम विभिन्न चरणों में है।