नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। यहां अपनी मर्जी से शादी करने की कीमत एक युवती को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। उसके मां-बाप ने ही उसकी हत्या कर दी और फिर 80 किलोमीटर की यात्रा तय कर शव को अलीगढ़ ले जाकर नाले में फेंक दिया। लेकिन वारदात पर पर्दा डालने की उनकी सभी कोशिश नाकाम हुई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। घटना करीब 22 दिन पुरानी बताई जा रही है, जिसमें अब गिरफ्तारी हुई है और मामले का खुलासा हुआ।
परिवार को बताए बगैर की थी शादी
घटना पूर्वी दिल्ली के अशोक नगर इलाके की बताई जा रही है, जहां 25 साल की एक युवती के अभिभावकों ने ही अपनी मर्जी से शादी करने पर उसकी जान ले ली। लड़की किसी प्राइवेट कंपनी में काम कर रही थी। वह अपने पड़ोस के ही युवक से प्रेम करती थी, जिससे उसने बीते साल अक्टूबर में आर्य समाज मंदिर में गुपचुप तरीके से शादी कर ली थी। उसने घरवालों को बताए बगैर यह शादी की थी, क्योंकि वे उनके रिश्ते को अपनाने के लिए तैयार नहीं थे। बाद में जब उसने इस बारे में अपने घरवालों को बताया तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर था और उन्होंने साजिशन उसकी हत्या कर दी।
पति ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी रिपोर्ट
युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट 17 फरवरी को उसके पति ने दर्ज कराई थी और कहा कि 30 जनवरी के बाद से ही उनकी बात नहीं हुई है। इसके बाद जब पुलिस ने इस बारे में उसके परिवार वालों से पूछताछ की तो पहले उन्होंने बताया कि वह अपने फूफा के यहां गई हुई है। बाद में जब पुलिस वहां पहुंची तो लड़की वहां भी नहीं मिली, जिसके बाद परिवार वालों पर शक गहराया। बताया जाता है कि शादी से नाराज घरवालों ने कई बार इस रिश्ते को तोड़ने के लिए उस पर दबाव बनाया था, लेकिन वह तैयार नहीं हुई, जिसके बाद उन लोगों ने साजिश कर पहले तो उसका गला घोंट दिया और फिर अलीगढ़ ले जाकर नाले में उसके शव को फेंक दिया।
ऐसा पता चला साजिश का
इस बीच, पुलिस को लड़की के परिवार के सदस्यों की कॉल डिटेल से पता चला कि कुछ नंबरों पर उनकी 30 जनवरी के बाद लगातार बातचीत हुई। पुलिस ने सभी से अलग-अलग पूछताछ की, जिसमें उन्होंने पहले तो पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन बाद में जब सख्ती से पूछताछ की गई तो वे टूट गए और फिर पूरी बात पुलिस को बताई। जांच के बीच यह तथ्य भी सामने आया कि 30 जनवरी को अलीगढ़ के जावा नहर से एक लड़की की लाश बरामद की गई थी, जिसकी पहचान नहीं हो पाने पर यूपी पुलिस ने 2 फरवरी को अंतिम संस्कार कर दिया था। हालांकि उसकी फोटो और कपड़े यूपी पुलिस ने रखे थे, जिससे उसकी पहचान सुनिश्चित हुई।