दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में अभी मार्च महीने में ही मई जैसी गर्मी शुरू हो गई है। दिल्ली में सुबह लगभग 36 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं शनिवार सुबह 40 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। मौसम एक्सपर्ट महेश पहलावत की मानें तो चाहे नॉर्थ दिल्ली हो या सेंट्रल दिल्ली सभी जगह तापमान सामान्य से ऊपर ही बना हुआ है। इसकी वजह है सेंट्रल पाकिस्तान और राजस्थान में बनने वाला एंटी साइक्लोन जो अमूमन अप्रैल में बनता था वो अब मिड मार्च में ही बनने लगा है, जिसकी वजह से शुष्क और गर्म हवाएं तेजी से चल रही हैं। मार्च महीने में पिछले साल 15 मिलीमीटर बारिश हुई थी जो इस बार केवल 3.5 मिलीमीटर ही हुई है और वेस्टर्न डिस्टर्बन्स फिलहाल नही है तो बारिश की कोई संभावना भी नहीं है।
मौसम एक्सपर्ट्स की मानें तो आगे गर्मी और पड़ेगी और अप्रैल-मई में पिछले दो साल का रिकॉर्ड गर्मी इस बार तोड़ेगी। इस भीषण गर्मी में एक्स्पर्ट्स खान पान के लिहाज से कई तरह की इतिहाद बरतने की सलाह दे रहे हैं। वहीं अस्पताल में गर्मी की वजह से मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में टाइफाइड, फीवर, फूड संबंधी बीमारियों के मरीज, मलरिया के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं। एलएनजेपी अस्पताल के एमडी की मानें तो प्रतिदिन टाइफाइड के 5-6 मरीज इमरजेंसी में पहुंचते हैं और सबसे ज्यादा बच्चे हैं जो गर्मी से होने वाली बीमारियों से सबसे ज्यादा बीमार पड़ते हैं।
डाक्टर्स की मानें तो साफ सफाई, अच्छे पानी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा गर्मी में होना चाहिए, तरल पदार्थ का सेवन करें, नारियल पानी, गन्ने का रस, फ्रैश जूस और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना ही बीमारियों को दूर रख सकता है।
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