नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में मानसून आने के बाद से पहली बार बृहस्पतिवार को सबसे अधिक बारिश हुई। इससे शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया और यातायात भी बाधित हुआ। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार सुबह साढ़े बजे तक आयानगर मौसम केन्द्र में 99.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, पालम और रिज मौसम केन्द्र में क्रमश: 93.6 मिमी और 84.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी के अनुसार सफदरजंग वेधशाला में 68 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के 15 मिमी से कम होने पर उसे हल्की, 15 से 64.5 मिमी के बीच होने पर मध्यम और 64.5 मिमी से अधिक होने पर भारी बारिश की श्रेणी में रखा जाता है। इस बीच, भारी बारिश के कारण कई प्रमुख मार्गों पर पानी भरने से यातायात धीमा पड़ गया।
दिल्ली यातायात पुलिस ने उच्च न्यायालय के पास एक पेड़ के गिरने से वहां यातायात धीमा होने की जानकारी दी। राजा गार्डन और मायापुरी फ्लाईओवर पर भी काफी पानी भर गया है। राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के बाद अब बारिश की जो कमी थी वह पूरी होने की संभावना है।
आईएमडी के अनुसार बुधवार शाम तक शहर में अगस्त में होने वाली बारिश की तुलना में इस साल अब तक 72 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। पिछले 10 साल में यह सबसे कम बारिश है। अभी तक दिल्ली में मानसून में 35 प्रतिशत कम बारिश हुई है।
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में ‘‘रात भर बारिश जारी रही’’ और आज दिन में भी बारिश होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘मॉनसून की अक्षरेखा दिल्ली-एनसीआर के करीब बनी हुई है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश पर एक चक्रवाती परिसंचरण है। अरब सागर से उठी दक्षिण-पूर्वी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं से आर्द्रता बनी है।’
उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक हल्की बारिश जारी रहेगी। इससे पहले आईएमडी ने मंगलवार से बृहस्पतिवार के बीच एक-दो बार भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया था।