- पुलिस की टीम दोनों का राजस्थान से कर रही थी पीछा
- पुलिस टीम को चकमा देकर दोनों गढ़ मुक्तेश्वर से पहुंचे दिल्ली
- दोनों आरोपियों ने पूछताछ में कबूली ठगी की सैकड़ों वारदातें
Delhi Crime: ज्यादा रिटर्न का लालच देकर लोगों से निवेश कराने के बहाने ठगी करने वाले राजस्थान के नटरवालाल दंपति को दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया है। लंबे समय से इस ठग के पीछे लगी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने करीब 200 किमी पीछा कर पकड़ा। इसके साथ इसकी ठग पत्नी को भी गिरफ्तार किया गया है। इस दंपति को कोर्ट ने कई मामले में भगौड़ा घोषित कर रखा था। इन पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।
एसीपी राकेश कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर अरविंद कुमार की टीम लंबे समय से इस ठग दंपति के पीछे लगी हुई थी। सर्विलांस के दौरान टीम को इन आरोपितों के राजस्थान में होने की जानकारी मिली थी। इन दोनों के खिलाफ पिछले साल वहां भी ठगी का मामला दर्ज किया गया था। कुछ दिन पहले दोनों गढ़ मुक्तेश्वर, हापुड़ यूपी आए थे। लेकिन जब इस ठग दंपति को गिरफ्तार करने टीम वहां पहुंची तो दोनों फरार हो गए। पुलिस ने दोनों की पहचान सत्य प्रकाश भारद्वाज उर्फ सत्येन्द्र आर्या व सुमन आर्या के रूप में की है। दोनों पर वर्ष 2020 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था।
दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से दंपति को दबोचा
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह दंपति पुलिस को चकमा देने के लिए लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। हापुड़ के गढ़ मुक्तेश्वर से जब यह ठग दंपति भागा तो पुलिस टीम ने भी पीछा शुरू कर दिया। दोनों की लोकेशन ट्रेस करते हुए टीम दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पहुंची और दोनों को भागने से पहले ही दबोच लिया। आरोपी यहां से ट्रेन पकड़कर भागने की तैयारी कर रहे थे। पूछताछ में आरोपी सत्य प्रकाश व उसकी पत्नी ने बताया कि वे मनाली टूर एंड ट्रेवल्स, राष्ट्रीय शिक्षा मिशन और सब्सिडी प्रोग्राम के नाम पर दिल्ली और राजस्थान में लोगों से धोखाधड़ी करते हैं। यह दंपति अब तक सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना चुका है। पुलिस के अनुसार आरोपित की पत्नी पहले महेंद्रा पार्क दिल्ली में एक प्ले स्कूल चलाती थी, लेकिन कोरोना के समय स्कूल बंद होने पर यह भी अपने पति के साथ मिलकर लोगों से धोखाधड़ी करने लगी। सत्य प्रकाश महज बारहवीं कक्षा तक पढ़ा है। पुलिस पूछताछ में यह भी पता चला कि इस दंपति ने पिक पाइंट नाम से एज्युकेशन सेंटर खोलकर बड़ी संख्या में लोगों के साथ ठगी की।