नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने भाजपा सांसद गौतम गंभीर से उनके कार्यालय से एंटीवायरल दवा फैबीफ्लू बांटे जाने की खबरों पर जवाब मांगा है। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने कोविड राहत गतिविधियों के संबंध में यूथ कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी से पूछताछ की।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने मीडिया से कहा, 'हमने सभी विवरण प्रदान किए हैं। मैं हमेशा अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से दिल्ली और उसके लोगों की सेवा करता रहूंगा।' गौतम गंभीर और श्रीनिवास बीवी के अलावा दिल्ली पुलिस ने राहत सामग्री के वितरण के संबंध में भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना से भी पूछताछ की।
गंभीर ने ट्वीट कर कहा, 'विपक्ष को उचित प्रक्रिया का बेवजह राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। दिल्ली पुलिस ने हमसे जवाब मांगा है और हमने सभी विवरण प्रदान किए हैं। मैं हमेशा अपनी क्षमताओं से दिल्ली और उसके लोगों की सेवा करता रहूंगा!'
मुफ्त में बांटी दवा
एंटीवायरल ड्रग फैबिफ्लू, जिसकी आपूर्ति कम है, वो क्रिकेटर से सांसद बने गौतम गंभीर के कार्यालय से वितरित की जा रही थी। 25 अप्रैल को एक ट्वीट में गौतम गंभीर ने कहा था कि इस मुश्किल घड़ी में हम सब को एक दुसरे का साथ देना है! कल से हम ‘फ़ैबिफ्लू’ मुफ़्त में GGF कार्यालय (22, पूसा रोड) से भी 10 से 4 के बीच दिल्ली के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को देने की कोशिश करेंगे. अपना आधार और डॉक्टर का पर्चा ले आएं. ऑक्सीजन सिलिंडरों का भी इंतज़ाम किया जा रहा है!
विरोधियों ने उठाए थे सवाल
कांग्रेस के पवन खेड़ा और AAP के दुर्गेश पाठक सहित कई नेताओं ने सवाल उठाया था कि गंभीर कैसे एंटीवायरल दवा की आपूर्ति करने में कामयाब रहे, जिसकी सप्लाई कम हो रही है। पवन खेड़ा ने ट्विटर पर पूछा, 'क्या इस तरह की अनधिकृत खरीद/वितरण के कारण केमिस्ट की दुकानों पर फैबीफ्लू की कमी है?' पवन खेरा ने ट्विटर पर पूछा।