- दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर खत्म किए जाएंगे सभी रेड लाइट
- पहले से मौजूद कटों को बंद कर बनेगा यू-टर्न व गोल चक्कर
- हाईवे के पहले हिस्से का 20 फीसदी कार्य पूरा, 2024 तक होगा पूरा
Delhi Saharanpur Highway: दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर सफर को आसान बनाने के लिए इसे पूरी तरह से रेड लाइट फ्री बनाया जाएगा। इस हाईवे से लोग बिना रुके सहारनपुर और देहरादून तक पहुंच सकें, इसके लिए एनएचएआई इस हाईवे पर अक्षरधाम मंदिर के पास एनएच-नौ से लोनी तक चार स्थानों पर अंडरपास बनाएगा। साथ ही पहले से बनाए गए कई कटों को बंद कर यू-टर्न व गोल चक्कर तैयार की जाएंगी। इसके अलावा अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के पास रेल लाइन के ऊपर बने ब्रिज के समानांतर दो लेन का दूसरा ब्रिज भी बनाया जाएगा। एनएचएआई ने इसका निर्माण भी शुरू कर दिया है।
बता दें कि एनएचएआई ने इस हाईवे को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसपर चार हिस्सों में काम किया जा रहा है। हाईवे का बागपत से सहारनपुर तक का काम दो हिस्सों में और अक्षरधाम से ईपीई खेकड़ा तक का काम दो हिस्सों में हो रहा है। अक्षरधाम से होकर गीता कॉलोनी, शास्त्रीपार्क, खजूरी खास होते हुए यूपी बॉर्डर तक 14.75 किमी. का 20 फीसदी काम पूरा हो चुका है। यह हाईवे बनने से नोएडा और पूर्वी दिल्ली की तरफ से सहारानपुर, बागपत और देहरादून की तरफ जाने वालों को राहत मिलेगी।
किए जाएंगे कई बड़े बदलाव
एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविंद कुमार के अनुसार अभी इस हाईवे पर पुश्ता रोड क्रासिंग पर लगी लालबत्ती सबसे बड़ा अवरोध है। इस बत्ती को खत्म कर दिल्ली-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण की परियोजना के तहत अंडरपास बनाया जाएगा। जिसके बाद लोग बिना रुके इसके ऊपर से निकल जाएंगे। वहीं स्थानीय स्तर पर आवाजाही करने वाले अंडरपास से एक से दूसरी तरफ जा सकेंगे। इसके अलावा गीता कालोनी श्मशान घाट के सामने से भी इस रोड पर अपने वाली लाल बत्ती को हटा कर हाईवे के एलिवेटेड हिस्से का निर्माण शुरू किया जाएगा। इसके बाद गांधी नगर के पास लाल बत्ती पड़ती है, उसे भी खत्म कर दिया जाएगा। पुलिस ट्रेनिंग सेंटर से आगे खजूरी पुश्ता पर तीन कट हैं। उनकी जगह अब छोटे व्हीकल्स के लिए तीन लाइट व्हीकुलर अंडरपास बनाए जाने का प्लान है।
वाहनों पर कैमरों की नजर
हाईवे पर लोगों की सुरक्षा के लिए ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (एटीएमएस) लगाया जाएगा। इसमें ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरा, पैन टिल्ट जूम (एएनपीआर) कैमरा सहित कई अन्य प्रकार के कैमरे लगाए जाएंगे। इससे किसी भी हादसे या वारदात के समय बदमाश को असानी से ट्रैक किया जा सकेगा।