- तीसरी से बारहवीं तक पढ़ने वाले छात्रों के साथ संवाद कला
- प्रोजेक्ट वॉयस इस महीने के आखिरी से सभी सरकारी स्कूलों में
- छात्रों के अंदर होगा बात कहने का डर खत्म
Delhi School News: शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली सरकार लगातार नए-नए प्रयोग कर रही है। यही वजह है जो कई सरकारी स्कूलों में बच्चों के कौशल विकास से लेकर टीचर्स को अंग्रेजी बोलनी तक की ट्रेनिंग शुरू की गई है। अब इस कड़ी में दिल्ली सरकार एक और नया प्रयोग करने जा रही है। अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वालों बच्चों के लिए सरकार ने खास प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस प्रोजेक्ट का नाम वॉयस है।
प्रोजेक्ट वॉयस के जरिए तीसरी से बारहवीं तक पढ़ने वाले छात्रों के साथ संवाद कला और विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा। ताकि बच्चे में टीचर से कोई बात करते वक्त किसी भी तरह की हिचक न रहें। प्रोजेक्ट वॉयस इस महीने के आखिरी से सभी सरकारी स्कूलों में लागू किया जाएगा।
राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी
यह प्रोजेक्ट शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर शुरू किया गया है, जिसके जरिए छात्रों के लिए वाद-विवाद, स्पेल बी और बिना तैयारी के बोलने जैसी गतिविधियां शुरू की जाएंगी। साथ ही इन गतिविधियों में निखार लाने के लिए स्कूल, जोनल और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी। शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि, प्रोजेक्ट वॉयस छात्रों को एक मंच देगा जहां वह बिना किसी हिचकिचाहट या अवरोध के विचार रख सकेंगे। निदेशालय के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट छात्रों में दूसरों के सामने अपनी राय बिना किसी डर के कहने की एक कोशिश पैदा करेगा।
छात्रों के अंदर बढ़ेगा आत्मविश्वास
निदेशालय का मानना है कि, इस तरह की पहल से छात्र वाद-विवाद या फिर अन्य तरह के कार्यक्रमों में भाग लेने को लिए सशक्त होंगे। इतना ही नहीं इससे उनके अंदर आत्मविश्वास, शब्दावली विकास और सार्वजनिक बोलने के कौशल का विकास होगा। गौरतलब है कि, क्लास तीसरी से पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए अंग्रेजी और हिंदी में स्पेल बी व बिना तैयारी के बोलने जैसी चीजें कराई जाएगीं। वहीं छठी से लेकर आठवीं के छात्रों को स्पेल बी और बिना तैयारी के बोलना के अलावा वाद-विवाद भी करवाया जाएगा। जबकि नौवीं से बारहवीं तक छात्रों को बिना तैयारी के बोलना और वाद-विवाद गतिविधियां करवाई जाएंगी।