- दिल्ली की हवा में दिनोंदिन प्रदूषकों पीएम 10, पीएम 2.5 की मात्रा बढ़ती जा रही है
- शुक्रवार सुबह राजधानी के आसमान में स्मॉग की चादर देखी गई, राजपथ पर धुंधलका दिखा
- मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में राजधानी की वायु गुणवत्ता और खराब होगी
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली की आबोहवा दिनोंदिन खराब होती जा रही है। शुकवार सबुह राजधानी के कई इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ पाया गया। अलीपुर में वायु गुणवत्ता (एक्यूआई) का स्तर 442 मिला जो कि 'बेहद खराब' की श्रेणी में आता है। ठंड के मौसम की शुरुआत होते ही दिल्ली में प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है। गुरुवार शाम को भी राजधानी के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ पाया गया। भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में राजधानी में पीएम 10 और पीएम 2.5 प्रदूषकों में वृद्धि होगी और इससे वायु गुणवत्ता और खराब होगी। आज सुबह राजपथ और इंडिया गेट के पास आसमान में धुंधलका छाया रहा।
कुछ ऐसा होता है एक्यूआई का स्तर
एक्यूआई की कई श्रेणियां होती हैं। 0 से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'खतरनाक' माना जाता है। आईएमडी के अपर महानिदेशक आनंद शर्मा ने कहा, 'पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में वृद्धि होगी। अभी ये प्रदूषणक 'खराब' श्रेणी में हैं और 24 अक्टूबर तक यह स्तर 'अत्यंत खराब' पर पहुंच जाएगा।'
अभी और खराब होगी एक्यूआई
उन्होंने कहा, 'राजधानी में अगले दो दिनों यानि 24 अक्टूबर तक वायु गुणवत्ता खराब होगी। खतों में पराली जलाने के अलावा अन्य कारण भी हैं जो राजधानी की वायु गुणवत्ता खराब कर रहे हैं। इनमें कचरा जलाना और वाहनों से निकलने वाला धुंआ भी शामिल हैं।' हालांकि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और अन्य एजेंसियों ने अनुमान जताया था कि गुरुवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार होगा लेकिन एक्यूआई का स्तर बुधवार के मुकाबले ज्यादा पाया गया।
पराली जलाने से मुख्य रूप से बढ़ रहा प्रदूषण
राजधानी के 34 निगरानी केंद्रों से जुटाए गए डाटा के मुताबिक बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई 256 था। जबकि 24 घंटे का औसत एक्यूआई मंगलवार को 223 और सोमवार को 244 रहा था। सफर का कहना है, ‘पूर्वानुमान है कि 23 और 24 अक्टूबर को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ से ‘बेहद खराब’रहेगी।’ सफर ने बताया कि बृहस्पतिवार को दिल्ली के पीएम 2.5 स्तर में पराली जलाने की हिस्सेदारी नौ फीसदी थी।