दिल्ली में कोविड 19 के मामलों में वृद्धि को लेकर लिवर और पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. एसके सरीन ने कहा कि ऐसी संभावना है कि ओमीक्रोन के नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। आईएलबीएस में कई नमूनों का सीक्वेंसिंग किया गया। मुझे लगता है कि ओमीक्रोन के 8 प्रकार हैं, उनमें से कौन सा डोमिनेटिंग वेरिएंट है, हम जल्द ही जानेंगे।
वहीं एलएनजेपी अस्पताल के एमडी डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि दिल्ली में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन अस्पताल में दाखिले कम हैं, 99% कोविड बेड खाली हैं। एलएनजेपी में सात मरीज भर्ती हैं। चार महीने का एक बच्चा ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। अगर माता-पिता वैक्सीन नहीं लेते हैं, तो बच्चों को खतरा हो सकता है। चूंकि बच्चों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है, इसलिए 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को अधिक जोखिम है। लगभग 2 साल से स्कूल बंद हैं, इसलिए इसे अब और बंद नहीं किया जाना चाहिए। जिन्हें पहले से कोई बीमारी है, उन्हें ही भर्ती की जरूरत है।
दिल्ली में जनवरी से मार्च तक कोविड-19 से जान गंवाने वाले लोगों से लिए गए 97 प्रतिशत नमूनों में कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप पाया गया। मृतकों से लिए गए 578 नमूनों में 560 में ओमीक्रोन के स्वरूप का पता चला। शेष 18 (तीन प्रतिशत) में कोविड के डेल्टा सहित अन्य स्वरूप पाए गए, जो पिछले साल अप्रैल और मई में संक्रमण की दूसरी लहर का तेजी से प्रसार करने के लिए जिम्मेदार रहे थे। ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमण की तीसरी लहर में कम संख्या में कोविड के मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए और सरकारी आंकड़ों से प्रदर्शित होता है कि ज्यादातर मौतों के लिए वायरस प्राथमिक कारण नहीं था।
दिल्ली में कोरोना के 1009 नए केस, एक की मौत, सकारात्मकता दर 5.70%, सक्रिय मामले 2600 पार
दिल्ली में 15 दिनों में कोविड में लगभग 500 फीसदी का इजाफा, सर्वे में आया सामने