नई दिल्ली: दिल्ली के सीमापुरी इलाके में एक दुखद खबर सामने आई। यहां एक परिवार के चार लोगों की रात में सोते सोते ही मौत हो गई। दरअसल इस घर में आग लगी थी और उस आग से उठे धुएं से दम घुटने से एक कमरे में सो रहे सभी लोगों की मौत हो गई। ओल्ड सीमापुरी के जी ब्लॉक में शास्त्री भवन में काम करने वाले होरीलाल का परिवार रहता था। इनके परिवार में दो बेटे, एक बेटी और उनकी पत्नी थी। अपने मकान के तीसरी मंजिल पर मौजूद एक कमरे में अपने बेटी, बेटे और पत्नी के साथ सो रहे थे कि तभी कमरे में आग लगी और उस आग से जो धुआं उठा उससे चारों लोगों का दम घुट गया और मौके पर ही मौत हो गई।
कैसे लगी आग
दिल्ली फायर सर्विस के महानिदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला रहा है कि रात को सोते वक्त कमरे में मॉस्किटो कॉइल जलाई गई थी और वो किसी कपड़े के संपर्क में आई जिससे कमरे में काफी धुंआ भर गया और इन सभी लोगो की दम घुटने से मौत हो गई। आग ज्यादा नही फैली थी और मृतकों के शरीर पर आग से नही जले थे। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 436/304A के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मृतकों की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
कौन कौन था परिवार में
होरीलाल की सरकारी कर्मचारी थे जो अगले महीने रिटायर होने वाले थे, उनकी पत्नी रीना MCD में सफाई कर्मचारी थी इस हादसे में दोनों की मौत हो गई और उस वक्त कमरे में मौजूद उनका 24 वर्षीय बेटा आशू और बाहरवीं में पढ़ने वाली बेटी रोहिणी भी अब इस दुनिया मे नही रहे। अब होरीलाल के परिवार में उनका 22 साल का बेटा अक्षय ही बचा है जो उस वक्त मकान की दूसरी मंजिल के कमरे में सो रहा था।
एक्सपर्ट का क्या कहना है
इन दिनों दिल्ली में एनसीआर में मच्छरों के कहर काफी बढ़ गया और डेंगू का प्रकोप भी देखा जा रहा है। यही वजह है कि लोग अक्सर सोते वक्त कमरे में मॉस्किटो कॉइल का इस्तेमाल करते है लेकिन एक्सपर्ट इसे खतरनाक मानते है। दिल्ली में ENT स्पेशलिस्ट डॉक्टर प्रतीक शर्मा का कहना है कि इस मॉस्किटो कॉइल बनाने वाली कंपनी दावा करती है कि कॉइल से उठने वाले धुएं से लोगो की सेहत पर गलत असर नहीं होता लेकिन अगर किसी भी शख्स को शरीर मे कोई दिक्कत है तो ये धुंआ उसके लिए लंग्स, नाक और गले के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। साथ ही इसको लेकर हिदायत दी जाती है कि सोते वक्त इसका प्रयोग न करें और सोने से पहले ही इसको बुझा दिया जाए। ऐसा करने से इससे होने वाले हादसों से बचा जा सकता है।