- आरोपी वर्ष 2016 में हुआ था भर्ती और पिछले साल बर्खास्त
- आरोपी पर दिल्ली में दर्ज हो चुके हैं अब तक ठगी के पांच केस
- बटालिन में तैनाती के दौरान आरोपी को लगी सट्टा खेलने की लत
Delhi News: दिल्ली पुलिस के एक जवान को ऑनलाइन सट्टा खेलने की ऐसी लत लगी कि पहले तो उसने अपनी नौकरी गंवाई और अब उसके ही विभाग के साथियों ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पूर्व जवान अब अपनी इस लत को पूरी करने के लिए पुलिस की वर्दी पहन लोगों के साथ ठगी कर रहा था। आरोपी ने ऐसी ही एक ठगी मजनू का टीला में स्थित एक साइबर कैफे पर की। यहां पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी की वर्दी पहनकर पहुंचे इस ठग ने कैफे संचालक राहुल से बताया कि उसे इमरजेंसी में किसी को 16 हजार रुपये ऑनलाइन भेजने हैं। वह उसके अकाउंट में ये पैसे ट्रांसफर कर दे, इसके बदले मैं उसे नगद पैसे दे दूंगा। राहुल ने जैसे ही पैसे भेजे, वह नगद पैसे लाने की बात कह वहां से फरार हो गया।
जिसके बाद कैफे संचालक ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। पुलिस ने जब कैफे में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो पता चला कि यह ठग उनका ही पूर्व सिपाही है। जिसे इसी तरह के कार्यों के लिए नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। अब पुलिसकर्मी इस शातिर ठग की तलाश कर रहे हैं। उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि आरोपी पूर्व सिपाही हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ का रहने वाला रोहित दलाल है। उस पर पहले से ही ठगी के पांच मामले दर्ज हैं। आरोपी को पुलिस टीम ने दिल्ली के अंदर से ही दबोच लिया।
हमेशा पुलिस की वर्दी पहनकर ही करता था ठगी
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी वर्ष 2016 में सिपाही के तौर पर शामिल हुआ था। इस दौरान उसकी तैनाती बटालियन में थी। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वहां पर कोई खास काम नहीं होता था, इसलिए वह मोबाइल पर ऑनलाइन सट्टा खेलने लगा। धीरे-धीरे उसे इसकी ऐसी लत लगी कि वह इस सट्टे पर अपनी पूरी जमा पूंजी और सैलरी उड़ाने लगा। जब उसके पास पैसे खत्म हो गए तो वह अपने रिश्तेदारों से उधार पैसे लेने लगा, जिसे वह लौटा न सका। बाद में जब लोगों ने पैसे देने बंद कर दिए तो वह ठगी करने लगा। आरोपी ने बताया कि वह पुलिस की वर्दी पहनकर ही ठगी करता था। आरोपी पर अशोक विहार, आदर्श नगर, बाबा हरिदास नगर और जहांगीरपुरी में मामले दर्ज हैं। इन आरोपों के कारण ही इसे पिछले साल सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।