- दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही फैक्ट्री मालिक को लूट गया कर्मचारी
- आरोपी काम मांगने के बहाने आए फैक्ट्री में और लूट कर हो गए फरार
- पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से चारों आरोपियों को किया गिरफ्तार
Delhi Crime: राजधानी के हर्ष विहार इलाके में बीते दिनों फैक्ट्री के अंदर घुसकर दिनदहाड़े कारोबारी को बंधक बनाकर हुई लूटपाट की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस ने इस घटना के आरोप में फैक्ट्री के एक कर्मचारी समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों की पहचान यूपी के फिरोजाबाद के कबीर नगर खेड़ा निवासी दिलीप कुमार, नरेंद्र कुमार, आकाश उर्फ लाला व पृथ्वीराज उर्फ भूरा के रूप में की है।
जिला पुलिस उपायुक्त संजय कुमार सैन ने बताया कि आरोपी दिलीप इसी फैक्ट्री का कर्मचारी है उसने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट का बैग, मोबाइल व वारदात में इस्तेमाल किया गया गमछा भी बरामद कर लिया है। बता दें कि इन बदमाशों ने वीरवार दोपहर करीब एक बजे फैक्ट्री मालिक को बंधक बनाकर मारपीट करते हुए लूट लिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंची पुलिस ने पीड़ित कारोबारी राजेंद्र को जीटीबी अस्पताल में भर्ती करवाया।
काम मांगने आए और गमछे से गला दबाकर लूट लिया
पीड़ित कारोबारी ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उनकी गैस चूल्हे के बर्नर की फैक्ट्री है। वह वीरवार को फैक्ट्री में अकेले थे, तभी तीन नकाबपोश फैक्ट्री में घुसे और नौकरी मांगने लगे। पीड़ित ने उन्हें काम नहीं होने की बात कह अपने कार्य में व्यस्त हो गए। तभी उनमें से एक व्यक्ति ने गमछे से उनका गला दबा दिया, पीड़ित ने जब इसका विरोध किया तो बाकी दो आरोपियों ने ईंट व बर्नर से उनपर ताबड़तोड़ वार कर उन्हें घायल कर दिया। इसके बाद वे उनका मोबाइल व पर्स लूटकर फरार हो गए। पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद जब फैक्ट्री के कर्मचारियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि वारदात वाले दिन दिलीप कुमार गायब था, पुलिस ने उसपर शक के आधार पर पूछताछ की तो उसने कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया।
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने बताया कि इसके बाद आसपास लगी सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई तो एक ऐसा फुटेज हाथ लगा, जिसमें तीन संदिग्ध भागते हुए नजर आ रहे थे। पुलिस ने उस वीडियो को दिलीप को दिखाया तो वह कहने लगा कि मैं इनके साथ नहीं था, लेकिन तब तक पुलिस का शक यकीन में बदल गया था इसलिए जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया। दिलीप ने बताया कि उसने ही लूट की साजिश रची थी, जिसमें उसने अपने तीन दोस्तों को शामिल किया था।