- 19 जुलाई को दोस्तों ने बुलाया, तब से युवक लापता
- नाबालिग दोस्त ने कबूली अपहरण और हत्या की बात
- हत्या करने के बाद आरोपियों ने लैंडफिल में शव दबाया
Delhi Murder Mystery: 15 अगस्त को लेकर इस समय दिल्ली पुलिस हाई अलर्ट पर चल रही है। पुलिस के जवान से लेकर उच्च अधिकारी तक सड़कों पर गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाने में जुटे हैं। वही इस आपाधापी से दूर दिल्ली पुलिस के कुछ जवान व अधिकारी पिछले करीब 50 घंटे से भलस्वा लैंडफिल साइट पर जेसीबी मशीन की मदद से जमीन खोदने में लगे हैं। दरअसल ये पुलिसकर्मी एक ऐसे हत्या के रहस्य को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें कुछ युवकों पर अपने ही दोस्त की हत्या कर जमीन में दफनाने का आरोप है।
रोहिणी सेक्टर 23 का रहने वाला एक युवक 19 जुलाई से लापता है। परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने जब गुमशुदी का मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो इस मामले में हत्या का एंगल भी जुड़ने लगा। जिसके बाद पुलिस ने लापता युवक के एक नाबालिग दोस्त को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उससे जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर लापता युवक को पहले अगवा किया और फिर उसकी हत्या कर शव को लैंडफिल साइट में दबा दिया। नाबालिग द्वारा इस खुलासे के बाद जहां एक टीम बाकि आरोपियों की तलाश कर रही है, वहीं करीब आधा दर्ज पुलिसकर्मी एक सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में खुदाई कर शव खोजने की कोशिश कर रहे हैं। इस बाबत बुध विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
दोस्तों के साथ गया युवक फिर नहीं लौटा घर
पुलिस के अनुसार बिहार के वैशाली के रहने वाला अभिनंदन अपने भाईयों के साथ रोहिणी में रहता है। वहीं अभिनंदन के मामा राकेश रंजन भी उत्तम नगर में रहते हैं। राकेश ने बताया कि 19 जुलाई को वह मेरे साथ रोहिणी सेक्टर 23 में गया था। उसी दौरान उसके पास लालगंज के एक दोस्त का फोन आने लगा। जिसके बाद वह दोस्त से मिलने की बात कहकर चला गया फिर घर नहीं लौटा। दूसरे दिन जब उसके दोस्त को फोन कर पूछा गया तो उसने बताया कि वह केदारनाथ चला गया है। इसके बाद 21 जुलाई को मामा ने बुध विहार थाने कि गुमशुदगी की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर आरोपित अभिनंदन के दोस्त को दबोच लिया। आरोपित नाबालिग बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार आरोपित नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि 19 जुलाई की शाम को वह अभिनंदन को कार से पूठखुर्द इलाके में ले गया। जहां पर पहले से गौतम सहनी व उसके दो साथी मौजूद थे। अभिनंदन की तीन चार माह पहले गौतम के साथ मारपीट हुई थी। जिसका बदला लेने के लिए चारों ने मिलकर उसका गला दबाकर हत्या कर दी और शव को भलस्वा डेरी लैंडफिल साइट में दफना दिया।