नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में एक 'फेस्ट' के दौरान बीते सप्ताह हुई कथित छेड़खानी के मामले में पुलिस ने बुधवार को 10 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मामले की जांच और संदिग्धों की पहचान के लिए 11 से ज्यादा टीम गठित की है, जो एनसीआर में जगह-जगह तलाशी अभियान चला रही है।
घटना 6 फरवरी की बताई जा रही है, जब दक्षिणी दिल्ली के इस कॉलेज में 'रेविएरा' फेस्ट के दौरान पुरुषों का एक समूह कथित तौर पर छात्राओं के कॉलेज में घुस आया था और उनके साथ बदसलूकी की थी। इस सिलसिले में कई संदिग्धों की पहचान की जा रही है, जबकि कई लोगों से अभी पूछताछ भी जारी है। यह घटना सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से सामने आई थी, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने 10 फरवरी को इस सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
घटना के विरोध में सोमवार को कॉलेज की छात्राओं ने भी कैंपस में ही विरोध जताया था, जबकि राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी घटना की जांच के लिए एक टीम को भेजा था। घटना के विरोध में कई छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया है। छात्राओं का यह भी आरोप है कि जब उनके साथ यह घटना हुई तो वहां मौजूद पुलिस और सुरक्षा बलों ने कुछ नहीं किया।
हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि किन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया, पर कुछ रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि कॉलेज कैंपस में जबरन घुस आए लोग उस रैली का हिस्सा थे, जिसका आयोजन नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में किया गया था। इस घटना को लेकर अब भी लड़कियां सकते में हैं कि कैसे अजनबी लोग कॉलेज कैंपस में घुस आए और पुलिस व सुरक्षाकर्मी उन्हें रोकने में नकाम हो गए। इस घटना से अपनी सुरक्षा को लेकर अब भी वे संशय की स्थिति में हैं।