- पेयजल सप्लाई के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने लगाए 1198 वॉटर टैंकर
- शहर को प्रतिदिन 1000 मिलियन गैलन पीने के पानी सप्लाई का लक्ष्य
- यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से अब प्रभावित नहीं होगी पेयजल की सप्लाई
Delhi Water Crisis: इस समय दिल्लीवाले भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। यहां हर दिन गर्मी एक नया रिकार्ड बना रही है। गर्मी के साथ बिजली की कटौती भी बढ़ गई है। साथ ही पानी की किल्लत भी बढ़ गई है । जिससे छुटकारा दिलाने के लिए दिल्ली की आप सरकार लगातार प्रयास कर रही है। पानी की किल्लत से राहत देने के लिए दिल्ली सरकार ने अब एक और घोषणा की है। पानी की मांग को देखते हुए दिल्ली जल बोर्ड अब प्रतिदिन लगभग 1000 मिलियन गैलन पीने के पानी की आपूर्ति करेगा।
इसके अलावा बोर्ड द्वारा पानी की कमी को पूरा करने के लिए जुलाई तक शहर भर में कुल 1198 पानी के टैंकर तैनात किए जाएंगे। सरकार को उम्मीद है कि इन उपायों के बाद दिल्ली के लोगों को पेयजल संकट से नहीं जूझना पड़ेगा। बोर्ड द्वारा पानी के टैंकरों के इंतजाम पहले ही किए जा चुके हैं।
सरकार ने रखा 1000 एमजीडी पेयजल सप्लाई का लक्ष्य
पेजयल से संबंधित दिल्ली सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, भीषण गर्मी में पेयजल की आवश्यकता को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार इस साल गर्मियों के दौरान लगभग 1000 एमजीडी पीने योग्य पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य बना रही है। इससे पहले दिल्ली जल बोर्ड ने प्रतिदिन औसतन 935 एमजीडी पीने के पानी की आपूर्ति करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। वहीं शहर की सभी झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों के लिए सार्वजनिक हाइड्रेंट और पानी के अतिरिक्त टैंकरों की सुविधा की गई है। जल बोर्ड ने इन टैंकरों की आवाजाही को ट्रैक करने के लिए जीपीएस सिस्टम से लैस किया है।
अमोनिया के स्तर पर सरकार की कड़ी नजर
दिल्ली में पेयजल सप्लाई में सबसे बड़ी समस्या यमुना के अंदर अमोनिया का बढ़ना है। कई बार यमुना के अंदर अमोनिया का स्तर बढ़ने से पानी सप्लाई को कम करना पड़ता है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली सरकार हरियाणा से छोड़े गए पानी में अमोनिया के स्तर पर भी कड़ी नजर रखे हुए है, जिससे राजधानी में पानी की आपूर्ति बाधित न हो सके। अगर ऐसा होता है तो हमारे पास बैकअप प्लान मौजूद है।