- तिहाड़ जेल में आठ दिन में पांच कैदियों की मौत
- मामला गरमाने के बाद जांच के आदेश
- जेल प्रशासन का कहना है कि सभी मौतों की वजह प्राकृतिक
तिहाड़ जेल को देश की सबसे सुरक्षित जेलों में माना जाता है। आमतौर पर देश की दूसरी जेलों की तुलना में यहां सुविधाओं पर भी खास ख्याल किया जाता है। लेकिन यह जेल इस समय अलग वजह से चर्चा में है। पिछले आठ दिनों में पांच कैदियों की मौत के बाद हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन की तरफ से तरह तरह के तर्क दिए गए। लेकिन अब जांच कराई जा रही है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ताया कि तिहाड़ जेल में पिछले आठ दिनों में पांच कैदियों की मौत हो गई है।सभी मौतों के प्राकृतिक कारणों से होने के बावजूद सभी मौतों के लिए सीआरपीसी की धारा 176 के तहत एक मजिस्ट्रेट जांच शुरू की गई है।
आठ दिनों में पांच मौत
शुक्रवार को भी तिहाड़ जेल नंबर 3 में एक कैदी की मौत की सूचना मिली थी।अधिकारी ने कहा कि कैदी अपनी कोठरी में बेहोश पाया गया और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उसकी भी मृत्यु हो गई।
'प्राकृतिक मौत हुई'
मृतक कैदी की पहचान विक्रम उर्फ विक्की के रूप में हुई है।महानिदेशक (कारागार) संदीप गोयल ने बताया कि इन कैदियों की मौत अलग-अलग जेलों में हुई और 'कोई भी किसी भी तरह की हिंसा से संबंधित नहीं था'।गोयल ने कहा, "इन सभी में, परिस्थितियां पुरानी बीमारी या अन्य अज्ञात कारण जैसे प्राकृतिक कारणों का संकेत देती हैं।" नियमों के अनुसार, प्रत्येक मामले में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट द्वारा पूछताछ की कार्यवाही की जा रही है।