- नागरिक 20 रुपये में खरीद सकते हैं कपड़े के ये झोले
- झोला वापस करने पर मिल जाएगे दिए गए 20 रुपये
- झोला देने के लिए राजधानी में खोले गए 145 विकल्प स्टोर
Delhi News: दिल्ली वालों को प्लास्टिक कैरी बैग की जगह बेहतर विकल्प देने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और व्हाइ वेस्ट वेडनेशडेज फाउंडेशन ने मिलकर एक अनोखी पहल की है। योजना के तहत राजधानी में मौजूद सभी सब्जी-फलों, किराना व डेरी की दुकानों पर क्यूआर कोड लगे झोले उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन झोलों को काई भी व्यक्ति 20 रुपये देकर ले सकता है। जब उसकी जरूरतें पूरी हो जाए तो वह उसे कभी भी वापस कर अपने 20 रुपये वापस ले सकता है। बस शर्त यह है कि वो झोला लौटाते समय भी उपयोग लायक रहे।
इस योजना की जानकाररी देते हुए एमसीडी अधिकारियों ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सिंगल यूज प्लास्टिक (एसयूपी) विकल्प के बारे में जानकारी देकर जागरूक करना और राजधानी के अंदर एसयूपी उत्पादों का उपयोग पूरी तरह से बंद करना है। योजना के तहत बुधवार को जहां मालवीय नगर बाजार में क्यूआर कोड लगे कपड़े के बैग दुकानदारों को बांटे गए। वहीं वीरवार को करोल बाग में यह अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अभी दुकानदारों को 50 बैग दिए जा रहे हैं और इनके बदले में सिर्फ 30 बैग के ही पैसे लिए जा रहे हैं। वहीं जब ये बैग वापस करेंगे तो वो पैसे भी वापस कर दिए जाएंगे।
बैग के लिए राजधानी में खोले गए 145 विकल्प स्टोर
एमसीडी की ब्रांड अंबेसेडर डा. रूबी मखीजा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को विकल्प नाम दिया गया है। इसके तहत सभी किराना, फल-सब्जी, दूध इत्यादि दुकानों पर जाकर ये क्यूआर कोड लगे बैग उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे यदि कोई व्यक्ति घर से कैरी बैग लाना भूल जाता है तो वह इन जगहों से 20 रुपए देकर दुकानदार से ये झोले ले सकता है। उपयोग खत्म हो जाने के बाद दुकानदार बैग वापस कर अपने पैसे वापस ले लें। वहीं, अगर कोई व्यक्ति सामान नहीं लेना चाहता, तब भी वो झोला ले सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी दिल्ली में अब तक ऐसे 145 विकल्प स्टोर उपलब्ध हैं जहां पर जाकर लोग इन कपड़े के बैग को खरीद सकते हैं या फिर वापस कर सकते हैं। इन झोलों में दिए गए क्यूआर कोड को स्कैन कर कोई भी व्यक्ति आसानी से किसी भी विकल्प स्टोर की लोकेशन व अन्य जानकारी प्राप्त कर सकता है।