- सराय काले खां में पहले से ही शवदाह करने के लिए कुछ प्लेटफार्म हैं लेकिन अब वो नाकाफी पड़ रहे हैं
- एक साथ इतने शवों के अंतिम संस्कार के लिए आने से वहां पर जगह फुल हो गई है
- इसके लिए पार्क में जहां लोग टहलने के लिए आते हैं वहां चिताओं के लिए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं
दिल्ली में इस बार मानों कोरोना संक्रमण की सुनामी सी आई है और शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण एक दिन में सर्वाधिक 357 लोगों की मौत हो गई और संक्रमण के 24,000 से अधिक नए मामले सामने आए। दिल्ली में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 10 लाख के पार पहुंच गई है और कुल 13,898 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं इतनी तादाद में मौतों से अब उनके अंतिम संस्कार को लेकर भी भारी दिक्कत सामने आ रही है, अब स्थिति ये हो गई है कि श्मशान घाटों पर शव जलाने के लिए भी लंबी-लंबी लाइन लग रही हैं तो कहीं टोकन सिस्टम अपनाया जा रहा है।
वहीं दिल्ली के सराय काले खां में श्मशान घाट पर भी ऐसा ही हो रहा है और वहां पर एक साथ इतने शवों के अंतिम संस्कार के लिए आने से वहां पर जगह फुल हो गई है।
अब शवों का अंतिम संस्कार पार्क में किया जा रहा है
इसका विकल्प ये निकाला गया है कि कि अब शवों का अंतिम संस्कार पार्क में किया जा रहा है इसके लिए पार्क में जहां लोग टहलने के लिए आते हैं वहां चिताओं के लिए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं।बताते हैं कि सराय काले खां में पहले से ही शवदाह करने के लिए कुछ प्लेटफार्म हैं लेकिन अब वो नाकाफी पड़ रहे हैं तो प्रशासन को पार्क में प्लेटफार्म बनाने पड़ रहे हैं ताकि लोग अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार रीति-रिवाज के साथ कर सकें।
दिल्ली मे 3 मई तक बढ़ा 'Lockdown'
वहीं दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने लॉकडाउन एक और हफ्ते के लिए बढ़ा दिया है, यहां कोरोना संक्रमण के केसों की रफ्तार बेहद तेजी से सामने आ रही है इसलिए ऐसा किया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लागू लॉकडाउन को एक और हफ्ते के लिए बढ़ाने का रविवार को ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति गंभीर बनी हुई है और बीते कुछ दिनों में संक्रमण दर 36 प्रतिशत के उच्चतर स्तर पर है।
केजरीवाल ने कहा कि 19 अप्रैल की रात को लगाया गया लॉकडाउन तीन मई सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी की स्थिति को देखते हुए एक पोर्टल बनाया गया है, आपूर्ति के बेहतर प्रबंधन के लिए ऑक्सीजन उत्पादक, आपूर्तिकर्ता और अस्पताल से मिली जानकारी के आधार पर इसे हर दो घंटे में अपडेट किया जाएगा जिसे आपात स्थिति में बड़ी मुश्किल न खड़ी हो।