नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने पाठ्यक्रम को लेकर बड़ा फैसला किया है। दिल्ली के स्कूलों के पाठ्यक्रम में बदलाव कर देशभक्ति पाठ्यक्रम शामिल किया जाएगा। इसके जरिये केजरीवाल सरकार बच्चों को सच्चा देशभक्त बनाएगी।
केजरीवाल सरकार, स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को सच्चा देशभक्त बनाएगी। इस कारण से सभी स्कूलों में केजी से आठवीं की कक्षाओं के छात्रों के लिए देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करेगी। पाठ्यक्रम को अगले शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य बच्चों में उन मूल्यों और कौशलों को स्थापित करना जो बच्चों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले सक्रिय और प्रतिबद्ध नागरिक बनाने के लिए तैयार करे।
भारत के गौरव को जीवन में उतारा जाएगा
केजरीवाल सरकार का मानना है कि भारत के गौरव और हमारे संवैधानिक मूल्य सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहने चाहिए। उसे जीवन में उतारने कि जरूरत है। ऐसे में सरकार पाठ्यक्रम के जरिए बच्चों में भारत के गौरव और संविधान को जीवन में उतारेगी।
देशभक्ति पाठ्यक्रम की ये होगी विषय वस्तु
पाठ्यक्रम में स्वयं, परिवार, स्कूल, समुदाय/समाज, राष्ट्र और विश्व के संदर्भ में गहरी समझ विकसित करने के पांच प्रमुख विषय-वस्तु शामिल होंगी। इसका उद्देश्य छात्रों में देश के लिए गर्व और जिम्मेदारी की भावना पैदा करना है। पाठ्यक्रम में विभिन्न तरीकों को अपनाया जाएगा जिसमें समूह-कार्य, माइंड मैपिंग, रोल प्ले, ग्रुप रिफ्लेक्शन गतिविधियां, कहानी आदि शामिल है। देशभक्ति पाठ्यक्रम छात्रों में स्वयं के आत्मबोध से समानता और बंधुत्व जैसे संवैधानिक और सामाजिक मूल्यों जीने के लिए कौशल प्रदान करने का प्रयास करेगा।