- दिल्ली और एनसीआर में दिवाली से पहले प्रदूषण से राहत नहीं
- 15 और 16 नवंबर को बारिश की उम्मीद उसके बाद हालात होंगे ठीक
- दिल्ली और एनसीआर के ज्यादातर हिस्सों में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब
नई दिल्ली। लोग दिवाली की तैयारी कर रहे हैं, इस बार दीए जलेंगे। लेकिन पटाखे नहीं जलाए जाएंगे क्योंकि एनजीटी के आदेश पर दिल्ली और एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर रोक है। यह सब कवायद इसलिए की जा रही है ताकि वायु की गुणवत्ता खराब न हो। लेकिन जिस तरह की जानकारी सामने आ रही है वो कम से कम तीन दिनों तक परेशान करने वाली है। एक आंकड़े के मुताबिक दिल्ली और एनसीआर की हवा खराब है पीएम 2.5 और पीएम 10 में किसी तरह की कमी नहीं आई है। इसकी वजह से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत आ रही है।
दिवाली के बाद राहत की उम्मीद
पर्यावरण और अनुसंधान केंद्र के प्रमुख डॉ वी के सोनी का कहना है कि ईएमडी वर्तमान में दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब है और कल खराब होने की उम्मीद है। अतिरिक्त उत्सर्जन होने पर यह बदतर हो सकता है। दिवाली के बाद AQI में सुधार होगा और 15 नवंबर को बूंदाबांदी और बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक कैस्पियम सागर से पश्चिनी विक्षोभ धीरे धीरे भारत की तरफ आ रहा है और उम्मीद है कि 15 और 16 नवंबर को बारिश हो। इसकी वजह से धूल के कण बैठ जाएंगे और वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा।
एक बार फिर शुरू होगा रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैंपेन
दिल्ली में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ कैंपेन को शुरू करने का फैसला किया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के मुताबिक इस कैंपेन के पहले चरण में प्रदूषण में कमी आई थी। जहां तक सरकारी कोशिशों का सवाल है तो दिल्ली सरकार सीपीसीबी और ग्रेप के नियमों के तहत काम कर रही है। लेकिन पड़ोसी राज्यों की वजह से जो परेशानी आ रही है उसके लिए वहां की सरकारों से लगातार बातचीत भी हो रही है।