- मतदाता पर्ची नहीं होने पर भी QR कोड स्कैन कर वोट डाल सकेंगे मतदाता
- दिल्ली के 11 निर्वाचन क्षेत्रों में होगा क्यूआर कोड स्कैन तकनीक का इस्तेमाल
- वोटर हेल्पलाइन ऐप की मदद से कर पाएंगे तकनीक का इस्तेमाल
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान 11 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाताओं के लिए एक खास सुविधा होगी जहां मतदाता पर्ची नहीं होने पर भी तकनीक के इस्तेमाल से लोग आसानी से वोट डाल सकेंगे। राजधानी दिल्ली में 70 विधानसभा क्षेत्र हैं और इनमें से 11 क्षेत्रों में क्यूआर कोड स्कैन तकनीक इस्तेमाल होगी।
इन 11 निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान केंद्रों में मतदाता पर्ची नहीं लाने वाले वोटर भी अपने स्मार्टफोन की मदद से वोटर हेल्पलाइन ऐप से क्यूआर कोड डाउनलोड कर सकते हैं और इस कोड को वोट डालने से पहले स्कैन करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने मंगलवार को इस बारे में जानकारी दी थी।
यदि फोन ऐप के साथ कोई दिक्कत आती है या क्यूआर कोड डाउनलोड करने में कुछ समस्या है या नेटवर्क समस्या है, तो फोन की मदद से वोटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही मतदान बॉक्स से थोड़ा पहले रखे गए लॉकर के पास फोन को जमा करना होगा।
दिल्ली में 2,689 जगहों पर 13,750 मतदान केंद्र हैं। अंतिम मतदाता सूची के अनुसार 8 फरवरी के चुनाव में 1.46 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकते हैं। अंतिम मतदाता सूची में कुल 1,46,92,136 मतदाता हैं - 80,55,686 पुरुष, 66,35,635 महिलाएं और 815 अन्य।
2019 में अंतिम मतदाता सूची के मुकाबले 2020 में (1 जनवरी तक) दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 9.96 लाख बढ़ी है। अधिकारियों ने कहा कि 80 साल के ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों को पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाएगी।