- नई दिल्ली के रोहिणी में एक डॉक्टर व एक महिला का शव कार से बरामद
- अस्पताल में डॉक्टर व एचआर महिला के बाच थे विवाहेतर संबंध
- डॉक्टर की पत्नी दृष्टिबाधित हैं, उन दोनों के दो बच्चे भी हैं जो वर्किंग हैं
नई दिल्ली : दिल्ली के रोहिणी में 62 वर्षीय एक डॉक्टर और 50 वर्षीय एक महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। महिला उस डॉक्टर की एम्प्लाई बताई जाती है। रोहिणी सेक्टर 12 में एक सेडान कार में दोनों का शव बरामद किया गया। दोनों की पहचान डॉ. ओमप्रकाश कुकरेजा और सुतापा मुखर्जी के तौर पर हुई है। डॉ. ओमप्रकाश कुकरेजा निर्वाण हॉस्पीटल में कार्यरत थे जबकि सुतापा मुखर्जी उसी अस्पताल में एचआर डायरेक्टर के तौर पर कार्यरत थी।
रोहिणी डीसीपी एस डी मिश्रा ने बताया कि कुकरेजा ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से मुखर्जी के सीने और गर्दन पर गोली मारी। इसके बाद उन्होंने खुद को गाली मार ली। शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों के बीच विवाहेतर संबंध थे और हत्या के पीछे यही एक वजह बताई जा रही है। कार कुकरेजा के आवास से 100 मीटर दूर पाया गया। कार की खिड़की पर खून के धब्बे पड़े हुए थे जिसे देखकर किसी ने पुलिस को इसकी खबर कर दी। कुकरेजा कार की ड्राइविंग सीट पर थे जबकि मुखर्जी उनके बगल वाली सीट पर थी।
उन्होंने बताया कि कार में दो शव को देखकर वहां काफी लोगों की भीड़ जुट गई। कुछ लोगों ने डॉक्टर की पहचान कर ली जिसके बाद अस्पताल को इसकी सूचना दी गई। कुकरेजा के घर में उनकी पत्नी जो दृष्टिबाधित हैं इसके अलावा उनके दो बच्चे हैं। डॉक्टर और उनकी पत्नी एक अपार्टमेंट में साथ रहते थे जबकि उनका बेटा देहरादून में ENT स्पेशलिस्ट है।
कुकरेजा की बेटी एक इंटीरियर डिजाइनर है। जबकि मुखर्जी रोहिणी सेक्टर 18 में अपनी मां और पति के साथ रहती थी। उसका बेटा दुबई में रहता है। पुलिस ने बताया कि मंगलवार को डॉ. कुकरेजा और एचआर मुखर्जी एक साथ अस्पताल पहुंचे थे। उसी शाम में ये दोनों किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए अपने घर से निकले। कार में पश्चिम विहार में एक शादी समारोह में शामिल होने का इन्विटेशन कार्ड मिला।
पुलिस ने बताया कि वे कॉल डिटेल्स से जरिए मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस के मुताबिक हत्या के पहले वे दोनों काफी देर तक उस घटनास्थल पर होंगे, क्योंकि सड़क पर एक ही स्थान पर गाड़ी के धुएं के निशान पाए गए हैं। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुए हैं।
कुकरेजा समयपुर बादली में एक क्लिनिक चलाते थे जिसमें मुखर्जी एक नर्सिंग स्टाफ थी। बाद में रोहिणी में डॉक्टर कुकरेजा ने अपने घर से 1.3 किमी दूर एक अस्पताल खोला जिसमें मुखर्जी एचआर हेड बन कर आ गई। हॉस्पीटल के एक डॉक्टर ने बताया कि हमें इस हत्या के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है। इधर पुलिस ने प्रशांत विहार थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।