- केजरीवाल के सिविल लाइन्स में स्थित घर की छत का एक हिस्सा भारी बारिश की वजह से गिर गया
- सौभाग्य की बात है कि घटना के दौरान चैंबर में कोई भी मौजूद नहीं था
- सीएम केजरीवाल का चैंबर वॉर रूम जैसा था, जहां पर होती थी कई अहम बैठकें
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर में एक बड़ा हादसा होने से टल गया। दरअसल सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर की छत का एक हिस्सा भारी बारिश के बाद ढह गया। यह घर सिविल लाइंस स्थित फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित है। गनीमत यह रही है कि इस दौरान कोई चोटिल नहीं हुआ। खबरों की मानें तो जिस जगह की छत गिरी है वो मुख्यमंत्री के चैंबर वॉर रूम जैसा था और यहां अहम बैठकें होती थी। लेकिन अच्छी बात ये रही कि हादसे के वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था। इस हादसे के बाद 80 साल पुरानी इस बिल्डिंग का रिव्यू शुरू हो गया है।
यहां होती थी अहम बैठकें
एक अधिकारी ने बताया, 'कमरे का उपयोग खुद सीएम द्वारा किया जाता है और पिछले महीनों में कई बैठकें यहां आयोजित की गई हैं, खासकर महामारी के दौरान। शुक्र है कि घटना के समय कोई भी कमरे में नहीं था।' सूत्रों के अनुसार, जब छत पर मरम्मत की जा रही थी, तो बगल के शौचालय की छत भी ढह गई। इसके बाद शौचालय की दीवार में दरारें और ईंटें ढीली होने लगीं। अधिकारियों ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अब नुकसान और घर की संरचनात्मक सुरक्षा का आकलन कर रहे हैं। जल्द ही इस बारे में रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी।
1942 में हुआ था इस घर का निर्माण
केजरीवाल ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान 2015 में इस घर में शिफ्ट हुए थे जिसका निर्माण 1942 में किया गया था। इससे पहले, 2014 में अपने पहले कार्यकाल के दौरान, उन्हें तिलक लेन में तीन-बेडरूम का घर आवंटित किया गया था। सिविल लाइंस हाउस में पाँच बेडरूम और एक अलग ऑफिस स्पेस है। पूर्व में यह घर पूर्व डिप्टी स्पीकर अमरीश सिंह गौतम को आवंटित किया गया था। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित अपने कार्यकाल के दौरान मोतीलाल नेहरू मार्ग पर रहीं।