- ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का अब हर तीन माह में होगा सुरक्षा ऑडिट
- एजेंसी ड्राइविंग गुणवत्ता, रोशनी व सड़क पर सुरक्षा की रिपोर्ट करेगी तैयार
- सड़क में खराब होने पर 48 से 72 घंटे में उसे ठीक करना अब अनिर्वाय
Delhi News: ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों पर रोक लगाने के लिए अब हर तीन माह में सेफ्टी (सुरक्षा) ऑडिट किया जाएगा। इसके लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने एक स्वतंत्र एजेंसी को नियुक्त किया है जो नियमित रूप से सड़क सुरक्षा के काम पर नजर रखने के साथ बेहतर परिवहन सुविधा डेवलप करने में भी मदद करेगी।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे पर हादसों पर रोक लगाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। एनएचएआई का पूरा ध्यान इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की राइडिंग गुणवत्ता में ज्यादा से ज्यादा सुधार लाने पर है। इसके लिए जिस एजेंसी को नियुक्ति की गई है, वह सड़क की ड्राइविंग गुणवत्ता, रोशनी व सड़क पर सुरक्षा के लिए लगाए जाने वाले सभी साइनबोर्ड एवं रिफ्लेक्टर की जांच कर उसकी रिपोर्ट बनाएगी।
गाड़ी जंप की 100 से अधिक जगह चिन्हित
बता दें कि, इस एक्सप्रेस पर सबसे बड़ी समस्या गाड़ी जंप की है। इसकी शिकायत मिलने पर एनएएचआई ने एक सर्वे कराया था, जिसमें 100 से अधिक ऐसी जगह चिन्हित की गई थी जहां पर तेज रफ्तार में चलते वाहन जंप करते हैं। इस पर निर्माण एजेंसियों को नोटिस थमा कर इसे सही करने का निर्देश दिया गया है। इस पर कार्य भी शुरू हो चुका है। इसके अलावा नए नियमों के तहत अब अगर कहीं से सड़क खराब होती है तो उसकी 48 से 72 घंटे में उसे ठीक कराना होगा। इसके अतिरिक्त अगर कोई बड़ी खराबी हुई है तो उसे भी निर्धारित समय सीमा में ठीक कराना होगा।
सभी अवैध कट किए जाएंगे बंद
बता दें कि, ईस्टर्न पेरिफेरल पर हादसे का सबसे बड़ा कारण अवैध कट हैं। इस पर कई ऐसे अवैध कट बने हैं जहां से बाइक, साइकिल, ट्रैक्टर-ट्रॉली और ऑटो इस एक्सप्रेस पर आ जाते हैं और हादसे का कारण बन जाते हैं। अब ऐसे वाहनों को एक्सप्रेस पर आने से रोकने के लिए इन सभी अवैध कटों को बंद कर दिया जाएगा।