नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर पिछले करीब 7 महीने से बंद था। हालांकि आज से श्रद्दालुओं के लिए इसे खोल दिया जा रहा है। श्रद्धालु फिर से स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर के दर्शन कर पाएंगे। आज से कोविड-19 के मद्देनजर सख्त नियमों के साथ मंदिर के दरवाजे खोले जा रहे हैं। मंदिर में सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। इस दौरान लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा।
इसके अलावा मंदिर परिसर में प्रदर्शनी हॉल बंद रहेगा, हालांकि संगीतमय फव्वारा खुला रहेगा। मल्टीमीडिया वाटर शो जिसे 'सहज आनंद' के नाम से जाना जाता है, भक्तों के लिए उपलब्ध होगा। शाम 5 बजे से 7 बजे के बीच सीमित संख्या में लोगों को प्रवेश दिया जाएगा। बता दें कि मंदिर में प्रवेश से पहले लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। इस प्रक्रिया के बाद ही मंदिर में प्रवेश की इजाजत मिलेगी। फूड कोर्ट, बुकशॉप, गार्डन और गिफ्ट सेंटर खुले रहेंगे। 5 बजे से पहले प्रवेश करने वाले लोगों को रात 8 बजे तक रहने की अनुमति दी जाएगी।
कोरोना संकट से पहले स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर में रोजाना दिल्ली-एनसीआर व देश के अन्य हिस्सों से लाखों की संख्या में लोग पहुंचते थे। गुलाबी और सफेद रंग के संगमरमर पत्थरों से बने इस मंदिर को तैयार करने में लगभग पांच साल का समय लगा था। करीब 100 एकड़ भूमि में फैले इस मंदिर को 11 हजार से ज्यादा कारीगरों की मदद से बनाया गया।
नवंबर 2005 में अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन किया गया था। कथित तौर पर मंदिर में 234 जटिल नक्काशीदार खंभे, 9 अलंकृत गुंबद, 20 चतुर्भुज स्थान और भारत की हिंदू धर्म की 20,000 प्रतिमाएं हैं। अक्षरधाम मंदिर की ऊंचाई 141.3 फीट, चौड़ाई 316 फीट और लंबाई 356 फीट है। यहां पहुंचने के लिए आपको दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन पर उतरना होगा और फिर मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 300 मीटर पैदल चलना होगा।