- दिवाली के दिन किसी भी घटना से निपटने के लिए तैयार है दिल्ली फायर सर्विस
- दिवाली की रात 30 छोटे छोटे फायर स्टेशन बनाएं जाएंगे
- दिवाली की रात सड़कों पर बड़ी संख्या में तैनात रहेंगे जवान
नई दिल्ली: हजारो जवान रहेंगे सड़को पर मौजूददिवाली की रात चारों तरफ खुशनुमा माहौल रहता है हर कोई त्यौहार की खुशी में झूम रहा होता है। हर तरफ दिए, मोमबती और बिजली की रौशनी छायी होती है लेकिन इस मौके पर छोटी सी लापरवाही कॉफी नुकसानदय होती है खासकर से आगजनी की घटना इस रात आम होती है और ये आगजनी कोई बड़ा नुकसान ना पहुंचा दे उसके लिए दिल्ली फायर सर्विस पूरी तरह से तैयार है।
बड़ी संख्या में जवान रहेंगे ऑन ग्राउंड
पिछले साल दिवाली की रात में शाम 6:00 बजे से रात 12:00 बजे तक दिल्ली फायर सर्विस को करीब 236 आग लगने की कॉल्स मिली थी जो आम दिनों के मुकाबले कई सौ गुना ज्यादा है। यह दिन दिल्ली फायर सर्विस के लिए इमरजेंसी डे होता है इसके लिए दिल्ली फायर सर्विस ने अपनी पूरी कमर कसी है और इस रात सभी दमकल कर्मचारियों और अधिकारियों छुट्टी कैंसिल की जाएगी। शाम 6:00 बजे से रात 12:00 बजे तक दिल्ली में ऑन ग्राउंड करीब 2800 जवान तैनात होंगे।
200 गाड़ियों की होगी तैनाती
इसके अलावा दिल्ली के अंदर जितने भी फायर स्टेशन हैं वह अलर्ट मोड पर होंगे कंट्रोल रूम के अंदर अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी, मेन फायर स्टेशंस के अलावा पूरी दिल्ली में तीस छोटे-छोटे फायर बूथ या स्टेशन बनाए जाएंगे जहां पर गाड़ियों की तैनाती पहले से कर दी जाएगी और पूरी दिल्ली में शहर के करीब 200 गाड़ियां तैनात की जाएंगी।
इस बार दिल्ली में पटाखे फोड़ने को लेकर पूरी तरह बैन इससे दमकल विभाग को थोड़ी राहत जरूर है लेकिन पिछले साल भी इस तरह का बैन था और दिल्लीवासियों ने सुप्रीम कोर्ट के आर्डर की जमकर धज्जियां उड़ाई थी, दिल्ली में जमकर आतिशबाजी हुई थी और यही कारण था कि पिछले साल अन्य सालो के मुकाबले दिल्ली दमकल विभाग को आग लगने की ज्यादा सूचना मिली थी। इसलिए दमकल कर्मचारी इस बार भी कोई कोताही नही बरतना चाहते।
इंटर स्टेट कोआर्डिनेशन
दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर अतुल गर्ग का कहना है कि DFS के साथ इंटर स्टेट कोआर्डिनेशन की मीटिंग हुई है और अगर दिल्ली से सटे अन्य राज्यो को अतिरिक्त फायर ब्रिगेड की जरूरत पड़ेगी तो हम वहां मदद करेंगे।
इस रात आग से बचने के लिए क्या करें
अतुल गर्ग ने लोगो से अपील की है अगर वो दिए और मोमबतियां जलाते है तो उन्हें अपनी देखरेख में रखें उन्हें जलाने के बाद उनके बुझने तक बार चेक करें साथ ही घर मे लगी बिजली की लड़ियों की तारें भी अच्छी तरह चेक करें कि उनमें कोई कट न हो जिससे कोई शॉट सर्किट की संभावना नही रहेगी और आग लगनी वाली घटना से बचा जा सकता है।