नई दिल्ली: दिल्ली में लाल किला मैदान सहित विभिन्न स्थानों पर रामलीला का आयोजन करने वाली समितियों ने इस साल कोविड-19 के चलते कार्यक्रम का आयोजन न करने का फैसला किया है। समितियों के संगठन से जुड़े एक पदाधिकारी ने कहा कि क्योंकि स्थिति अनुकूल नहीं है और कार्यक्रम आयोजन के लिए जारी नए दिशा-निर्देशों में 'अनेक प्रतिबंध' लगाए गए हैं, ऐसे में रामलीला का आयोजन नहीं किया जाएगा। विभिन्न रामलीला समितियों के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि कोविड-19 के चलते बड़े पैमाने पर भीड़ जुटाना उचित नहीं होगा।
पिछले 40 साल से अधिक समय से लाल किला मैदान में रामलीला का आयोजन करती रही लवकुश रामलीला समिति के अर्जुन कुमार ने कहा, 'हम कम से कम दो महीने पहले अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। दशहरा 25 अक्टूबर को है और डीडीएमए के अधिकारियों ने नए दिशा-निर्देश कल जारी किए हैं।' उन्होंने कहा कि अंतिम क्षण में प्रबंध करना संभव नहीं है, इसलिए हमने इस साल रामलीला का आयोजन नही करने का निर्णय किया है। कुमार दिल्ली श्री रामलीला महासंघ के महासचिव भी हैं। यह विभिन्न रामलीला समितियों का संगठन है।
उन्होंने कहा, 'हमने अन्य बड़ी आयोजन समितियों के प्रतिनिधियों से बात की और हम सभी ने इस साल कार्यक्रमों का आयोजन न करने का फैसला किया है क्योंकि न तो स्थिति अनुकूल है और न ही योजना को अब क्रियान्वित करना संभव है।' कुमार ने कहा कि दिल्ली में छोटी-बड़ी लगभग 800 आयोजन समितियां हैं और यहां तक कि छोटी समितियों ने भी आयोजन नही करने का निर्णय किया है।
वर्ष 1924 में स्थापित श्री धार्मिक रामलीला समिति के रवि जैन ने कहा कि नए दिशा-निर्देश अंतिम क्षण में जारी किए गए हैं और इनमें बहुत अधिक प्रतिबंध हैं। इसलिए इस बार रामलीला का आयोजन करना संभव नहीं है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने रविवार को नवरात्रि पर्व और रामलीला आयोजन से पहले कार्यक्रमों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए।