नई दिल्ली: दिल्ली में विंटर एक्शन प्लान को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के दिल्ली के मुताबिक, दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ जन सहयोग से सक्रिय अभियान चलाने के लिए सरकार ने विंटर एक्शन प्लान की तैयारी शुरू कर दी है। इससे जुड़ी पहली बैठक पर्यावरण विभाग डीपीसीसी, डेवलपमेंट और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के उच्च अधिकारियों के साथ की गई। इसमें चर्चा हुई कि विंटर एक्शन प्लान का फोकस बिंदु क्या-क्या होने चाहिए।
बैठक में जो सुझाव आए, उस पर 10 सूत्रीय फोकस प्वाइंट डिसाइड किए गए हैं:
- पराली की समस्या
- व्हीकल पॉल्यूशन
- डस्ट पॉल्यूशन
- वेस्ट बर्निंग से पैदा होने वाले गैसेज रोकना
- हॉट स्पॉट्स, जहां लोग सबसे ज्यादा प्रदूषण का शिकार होते हैं
- स्मॉग टावर (एक्सपर्ट कमेटी के जरिए अध्ययन करेंगे)
- पड़ोसी राज्यों के साथ बातचीत स्थापित करना, (क्योंकि दिल्ली की समस्या सिर्फ दिल्ली के प्रदूषण की नहीं है, अधिकारियों की टीम बनाएंगे जो इन राज्यों से बात करेगी)
- वॉर रूम को और एडवांस बनाना
- ग्रीन ऐप को अपडेट करना
- केंद्र और केंद्रीय कमीशन के साथ सम्पर्क करना, (क्योंकि अन्य राज्यों के साथ हम केवल संवाद कर सकते हैं, उसका क्रियान्वयन केंद्र और कमीशन ही कर सकता है
14 सितंबर को सचिवालय में सभी सम्बंधित विभागों जैसे- तीनों एमसीडी, डीडीए, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, जल बोर्ड, इरिगेशन और फ्लड, सीपीडब्ल्यूडी और NHIA के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। बीते एक साल के दौरान ग्रीन ऐप पर आई शिकायतों का कैसे समाधान किया गया, यह भी देखा जाएगा। विंटर एक्शन प्लान को फाइनल करने के लिए 30 सितंबर तक का टार्गेट दिया गया है।