- सीएए के विरोध में फरवरी 2020 में उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए थे दंगे
- पिता से मिलने के लिए शाहरूख ने कोर्ट में दी अपनी जमानत अर्जी
- गली में शाहरूख के पहुंचने पर लोगों ने उसके समर्थन में नारे लगाए
Shahrukh : फरवरी 2020 में दिल्ली दंगों (Delhi Riots) के दौरान पुलिसकर्मी पर पिस्टल तानने वाले शाहरूख पठान (Shahrukh Pathan) का लोगों ने भव्य स्वागत किया है। दरअसल, शाहरूख अपने बीमार पिता से मिलने के लिए अपने घर आया था। इस दौरान जब वह अपने घर की गली में आया तो लोगों ने उसके समर्थन में नारे लगाए और उसका स्वागत किया। शाहरूख के साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे इसलिए वहां कोई हंगामा नहीं हो पाया। चार घंटे बाद पुलिस उसे दोबारा जेल ले गई। दंगे के दोषी का स्वागत करने वाला वीडियो लोगों की मानसिकता पर सवाल उठाता है।
दिल्ली दंगों के दौरान हेड कान्स्टेबल पर तानी थी पिस्टल
दिल्ली दंगों के दौरान मौजपुर इलाके में हेड कान्स्टेबल दीपक दहिया पर शाहरूख ने पिस्टल तानी थी। उस समय उसकी तस्वीरें एवं वीडियो वायरल हुए थे। इन तस्वीरों के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि शाहरूख को दिल्ली दंगे की पूरी जानकारी थी। पिछले कुछ दिनों से उसके पिता की तबीयत खराब चल रही है। पिता से मिलने के लिए उसने कड़कड़डूमा कोर्ट में अर्जी लगाई थी। कोर्ट ने पिता से मिलने के लिए उसकी अर्जी स्वीकार कर ली और उसे गत 23 मई को चार घंटे के लिए परोल पर रिहा किया।
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बीमार पिता से मिलने अपने घर आया था
पुलिसकर्मियों के साथ शाहरूख जब अपनी गली में पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद लोगों ने उसके समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए। उसका 'हीरो' की तरह स्वागत किया गया। पुलिसकर्मियों की मौजूदगी की वजह से वहां हालात नहीं बिगड़े। शाहरूख पहले भी अपनी रिहाई के लिए कोर्ट में जमानत अर्जी दायर कर चुका है लेकिन हर बार उसकी जमानत अर्जी खारिज होती आई है। बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में 23 फरवरी 2020 को सीएए के विरोध में दंगे भड़क गए थे। इन दंगों में 50 से ज्यादा लोगों की जान गई। ये दंगे तब भड़के जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत की यात्रा पर थे। दंगों की आग में राजधानी तीन दिनों तक झुलसती रही। हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने दुकानों, घरों एवं वाहनों में आग लगा दी।