दिल्ली में आज से स्कूल खुल चुके हैं। पहले चरण में 9 से 12 तक के स्कूल खोले गए हैं इसके लिए एसओपी बनाई गई है। इसके लिए स्कूलों को गाइडलाइन जारी की गई हैं । हालाँकि दिल्ली के कई प्राइवट स्कूल अभी खोलने के पक्ष में नही हैं और अभी तक अभिभावको को कंसेंट फ़ॉर्म भी नही भेजे गए हैं ।
हमने दो परिवारों से बात की । सबसे पहले शालिनी इस्सार और उनकी बेटी भूमिका से , भूमिका 12 में पढ़ती हैं । शालिनी जी की माने तो अभी स्कूल की तरफ़ से स्कूल खोलने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली हैं , और अगर स्कूल बोलेगा भी तो भी हम बच्चों को अभी नहीं भेजना चाहते हैं क्यूँकि स्कूल में सब प्रिकॉशंज़ लिए जा रहे हैं ये कौन सुनिस्चित करेगा , अगर स्कूल बच्चों को करोना नहीं होगा इसकी गैरंटी लेते हैं तो हम भेज सकते हैं वरना नहीं। वही शालिनी की बेटी भूमिका की माने तो अब बहुत टाइम हो गया हैं और स्कूल अब खुल जाने चाहिए अगर स्कूल एसोपी का पालन करेगा तो हम स्कूल जाना चाहते हैं ।
वही अगर मिश्रा परिवार की माने तो जिनकी बेटी कात्यायनी मिश्रा 9वी में पढ़ती हैं , माँ श्वेता की माने तो अभी बहुत डर हैं और अभी वह अपनी बेटी को स्कूल नहीं भेजना चाहती हैं क्यूँकि अभी तीसरी वेव की बात कही जा रही हैं और बच्चों में करोना तेज़ी से फैल सकता हैं लिहाज़ा अभी स्कूल को मना किया हैं । वही कात्यायनी बताती हैं की वो स्कूल जाना चाहती हैं अभी उनके दिमाग़ में स्कूल जाने को लेकर दो बातें चल रही हैं , लेकिन घर बैठे बैठे अब पढ़ाई में भी मन नही लगता लिहाज़ा वो जाना चाहती हैं स्कूल । वही विष्णुकांत मिश्रा कात्यायनी के पिता बताते हैं की स्कूल की तरफ़ से कन्सेंट फ़ॉर्म भेजा गया था जिसके जवाब में उन्होंने NO लिखकर भेज दिया कि वह अपनी बेटी को स्कूल नही भेजना चाहते । विष्णु जी की माने तो सरकारों पर विश्वास नहीं किया जा सकता ये बच्चों का मामला हैं और अगर एक भी बच्चे को करोना हो गया तो पूरे परिवार पर बीतेगी इसलिए अभी वह अपनी बेटी को स्कूल नही भेजेंगे ।