- कोरोना काल में गरीबों के घरों तक राशन पहुंचाना चाहती है केजरीवाल सरकार
- अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह इस योजना में बदलाव करने के लिए तैयार हैं
- दिल्ली के सीएम ने राष्ट्रीय हित में केंद्र से इस योजना को मंजूरी देने की अपील की
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। अपने इस पत्र में दिल्ली के सीएम ने राजधानी में घर तक राशन पहुंचाने की अपनी योजना लागू करने की इजाजत मांगी। पीएम को लिखे पत्र में केजरीवाल ने कहा कि डोरस्टेप डिलीवरी लागू करने के लिए केंद्र सरकार योजना में जो भी बदलाव चाहती है उसके लिए दिल्ली सरकार तैयार है।
योजना में बदलाव करने के लिए तैयार-केजरीवाल
केजरीवाल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जानना चाहा कि लोगों के घरों तक राशन पहुंचाने की उनकी सरकार की योजना को केंद्र सरकार ने क्यों रोका। उन्होंने अपील की कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय हित में इस योजना का लागू करने की अनुमति दे। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि डोरस्टेप राशन पहुंचाने की योजना देश भर में लागू होनी चाहिए क्योंकि राशन की दुकानें कोरोना की 'सुपर स्प्रेडर' साबित हो सकती हैं।
भाजपा ने योजना रोकने के दावे को खारिज किया
केजरीवाल ने पूछा, 'पिज्जा, बर्गर, स्मार्टफोन और कपड़ों की डिलीवरी यदि घर पर हो सकती है तो राशन की डिलीवरी घर तक क्यों नहीं हो सकती।' वहीं, केंद्र सरकार ने केजरीवाल के डोरस्टेप राशन की डिलीवरी योजना को रोकने के उनके दावे को 'आधारहीन' बताकर खारिज कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि यह योजना रोके जाने से वह काफी निराश हैं। इसलिए वह प्रधानमंत्री से जानना चाहते हैं कि यह योजना क्यों रोकी गई।
मेरे ऊपर कई बार हुए हमले-केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि यह योजना दिल्ली में राशन माफियाओं के जाल तंत्र को खत्म कर देगी। उन्होंने कहा कि 17 साल पहले उन्होंने राशन माफियाओं के खिलाफ लड़ाई शुरू की और इस दौरान उन पर कई बार हमले भी हुए।