- एनआईए एवं ईडी ने 14 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापे मारे हैं
- टेरर फंडिंग मामले में पीएफआई के ऊपर यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है
- छापे के दौरान पीएफआई के 100 से ज्यादा सदस्य गिरफ्तार हुए हैं, दफ्तर सील हुए
NIA-ED raid on PFI : टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) एवं प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर बड़ी कार्रवाई की। गुरुवार तड़के दोनों जांच एजेंसियों ने करीब 14 राज्यों में पीएफआई के दफ्तरों एवं ठिकानों पर छापे मारे। जांच एजेंसियों ने पीएफआई के 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। छापे में इन जगहों से इलेक्ट्रानिक उपकरण एवं जिहादी दस्तावेज बरामद हुए हैं। इन सामग्रियों को जांच एजेंसियां खंगाल रही हैं। इस बीच सूत्रों ने बताया है कि दिल्ली के पीएफआई अध्यक्ष परवेज के घर से एक टैब बरामद हुआ है। इस टैब को लेकर बड़ी बात सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि इस टैब के जरिए दिल्ली की पार्टी के एक राज्यसभा सांसद की परवेज के साथ बातचीत हुई है।
पीएफआई ने जयपुर में भेजे हथियार-सूत्र
सूत्रों का कहना है कि पीएफआई ने कुछ महीने पहले हिंदू संगठनों से निपटने के लिए हथियार राजस्थान भेजे थे। केरल में बनी तलवार, कटार, हथियार जयपुर भेजा गया था। जयपुर में जिहादी दस्तावेज भी जयपुर भेजे गए थे। जांच एजेंसियां इन सभी सामग्रियों को अब खंगाल रही हैं। यही नहीं पीएफआई को लेकर कई तरह की बातें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि जिन शहरों में पीएफआई के दफ्तर हैं, उसके आस-पास सदस्यों को छोटे हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। इन कैंपों में छोटे हथियारों से ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
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इलेक्ट्रानिक उपकरणों एवं सामग्रियों की जांच होगी
पीएफआई के ठिकानों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों एवं सामग्रियों की जांच होगी। इसके बाद इस संगठन की साजिश से जांच एजेंसियां परदा उठाएंगी। दिल्ली के शाहीन बाग स्थित पीएफआई के दफ्तर से कई इलेक्ट्रानिक उपकरण मिले हैं। यहां से लैपटाप, कंप्यूटर, पेन ड्राइव और हार्ड ड्राइव जांच एजेंसियों को मिले हैं। इन उपकरणों को अब खंगाला जा रहा है। इस बीच, जांच एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर पीएफआई ने बयान जारी किया है। पीएफआई का कहना है कि उसकी वेबसाइट बंद हो गई है और उसने जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।