ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर कहा है कि हमने तय किया है कि भागीदारी परिवर्तन मोर्चा पीस पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करेगा। इसी तरह, पीस पार्टी भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के उम्मीदवारों का समर्थन करेगी जहां से वे चुनाव लड़ेंगे।
यूपी चुनाव के लिए एआईएमआईएम ने बाबू सिंह कुशवाहा की जन अधिकार पार्टी और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन किया है। ओवैसी कह चुके हैं कि अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो 2 मुख्यमंत्री होंगे, एक ओबीसी समुदाय से दूसरा होगा, जबकि दूसरा दलित समुदाय से होगा और तीन मुस्लिम समुदाय के डिप्टी सीएम होंगे।
ओवैसी ने कहा था कि हमारी पार्टी यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर हम किसी दूसरी पार्टी से गठबंधन के लिए तैयार थे, हम समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए बेकरार नहीं थे। 2019 चुनाव के आंकड़े ये कहते हैं 75% मुसलमानों ने सपा-बीएसपी को वोट दिया। 2017 के आंकड़े कहते हैं कि सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट अखिलेश यादव को मिले। 2012 के आंकड़े कहते हैं सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट समाजवादी पार्टी को मिले, लेकिन समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों को भिखारी बना दिया।
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वहीं बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि सत्ता में आने पर किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। बहन बेटियों को सुरक्षा दी जाएगी और अल्पसंख्यकों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। भाजपा ने प्रदेश के जनता को ठगा है। पुरानी पेंशन व्यवस्था समाजवादी पार्टी ने खत्म किया था, हमारा मोर्चा पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करेगा।