- पंजाब चुनाव के लिए बुधवार को होनी है केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक
- चुनाव के लिए पार्टी ने 80 सीटों के लिए उम्मीदवारों पर सहमति बना ली है
- सूत्रों का कहना है कि 20 वर्तमान विधायकों का टिकट काटने जा रही है पार्टी
नई दिल्ली : पंजाब विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने बड़ा ट्रंप कार्ड खेलने का फैसला लिया है। पार्टी ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दो सीटों से चुनाव लड़ाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री चन्नी इस बार अपने वर्तमान सीट चमकौर साहिब के साथ जालंधर के "आदमपुर" से भी चुनाव लड़ेंगे। पार्टी ने रणनीति के तहत ये फैसला किया है। पार्टी की नजर पंजाब के 34% दलित वोट बैंक पर है। इसे आम आदमी पार्टी के दलितों में वोट बैंक के काट के रूप में देखा जा रहा है।
बुधवार को होगी सीईसी की बैठक
पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुधवार यानी 12 जनवरी को होनी है। पहले ये बैठक पिछले हफ्ते होनी थी। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले और स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अजय माकन के संक्रमित होने की वजह से अब ये बैठक बुधवार को होगी। सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने स्क्रीनिंग कमिटी की बैठकों में 80 सीटों पर आम सहमति बना ली गई है। जिसका नाम CEC की बैठक बाद पहली लिस्ट के तौर पर जारी कर दिया जाएगा।
पंजाब चुनाव में कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकी
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत झोंक देना चाहती है। इसलिए पार्टी ने इस बार 5 सांसदों को भी विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला लिया है। जिसमें खासतौर पर जसबीर गिल, गुरजीत सिंह औजला, प्रताप सिंह बाजवा, डॉक्टर अमर सिंह का नाम सामने आ रहा है। पार्टी बड़े चेहरों को मैदान में उतार कर नुकसान की भरपाई करना चाहती है।
20 मौजूदा विधायकों का टिकट कटेगा
कांग्रेस इस बार पार्टी के खिलाफ एंटी इनकंबेसी से पार पाने के लिए 20 वर्तमान विधायकों का टिकट काटने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी उन्हीं लोगों का टिकट काट रही है जिनका या तो परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा, या पार्टी को जिनकी निष्ठा पर विश्वास नहीं है।