- आज उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं
- यूपी में 7 चरणों में चुनाव संपन्न हुए
- यहां 4 प्रमुख सीटों का हाल जानें
Ghosi, Sarojini Nagar, Ballia, Agra Gramin Vidhan Sabha Election Result 2022 (घोसी, सरोजिनी नगर, बलिया, आगरा ग्रामीण विधानसभा चुनाव नतीजे 2022): आज उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। यहां हम आपको घोसी, सरोजिनी नगर, बलिया और आगरा ग्रामीण सीटों का हाल बता रहे हैं। घोसी से बीजेपी से समाजवादी पार्टी में आए दारा सिंह चौहान चुनाव लड़ रहे हैं। लखनऊ की सरोजिनी नगर से बीजेपी के राजेश्वर सिंह, बलिया से बीजेपी के दयाशंकर सिंह और आगरा ग्रामीण से भाजपा की बेबी रानी मौर्य चुनाव लड़ रही हैं।
Uttar Pradesh Election Result 2022 LIVE: रुझानों में सपा से काफी आगे निकली बीजेपी, बीएसपी-कांग्रेस 10 सीट के अंदर
संख्या | उम्मीदवार | पार्टी | रिजल्ट |
1 | दारा सिंह चौहान | समाजवादी पार्टी | पीछे |
2 | राजेश्वर सिंह | भाजपा | आगे |
3 | दयाशंकर सिंह | बीजेपी | आगे |
4 | बेबी रानी मौर्य | बीजेपी | आगे |
घोसी
घोसी से बीजेपी से सपा में आए दारा सिंह चौहान चुनाव लड़ रहे हैं। दारा सिंह योगी सरकार में मंत्री रहे। 2017 में यहां से बीजेपी के फागू ने चुनाव जीता था। 2012 विधानसभा में सपा के सुधाकर ने चुनाव जीता था।
सरोजिनी नगर
लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से बीजेपी की टिकट पर ईडी के पूर्व अधिकार राजेश्वर सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। 2017 में यहां से भाजपा उम्मीदवार स्वाति सिंह जीती थी। 2012 में यहां से सपा के शरद प्रताप शुक्ला जीते थे। इस बार सपा ने अभिषेक मिश्रा को टिकट दिया है।
बलिया
बलिया में बीजेपी के दयाशंकर सिंह का मुकाबला सपा के नारद राय से हो रहा है। 2017 में भाजपा के आनंद ने इस सीट पर सपा के लक्ष्मण को 40,011 के अंतर से हराया था। वहीं 2012 में सपा के नारद राय ने इस सीट पर रामजी गुप्ता को 25,128 मतों के अंतर से हराया था।
मथुरा
मथुरा सीट से श्रीकांत शर्मा का मुकाबला सादाबाद से विधायक रहे समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार देवेंद्र अग्रवाल से है। साल 2017 विधानसभा चुनाव में भी श्रीकांत शर्मा ने यहां जीत दर्ज की थी। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के प्रदीप माथुर रहे थे और 2012 विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। मथुरा में पहले चरण में 10 फरवरी को मतदान हुआ थ।
आगरा ग्रामीण
बीजेपी की बेबी रानी मौर्य यहां से चुनाव लड़ रही हैं। 2017 के चुनावों में भाजपा की हेमलता दिवाकर ने इस सीट पर बसपा के कालीचरण सुमन को 65,296 के अंतर से हराया था। वहीं 2012 में बसपा के कालीचरण सुमन ने इस सीट पर सपा की हेमलता को 18,846 मतों के अंतर से हराया। बसपा ने इस बार किरण प्रभा केशरी को टिकट दिया है। सपा के सहयोगी दल आरएलडी ने महेश कुमार को उम्मीदवार बनाया है।
देवरिया सदर:
देवरिया सदर से बीजेपी प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी मैदान में उतरे हैं। शलभमणि देवरिया सदर सीट पर समाजवादी पार्टी उम्मीदवार अजय प्रताप सिंह उर्फ पिंटू, कांग्रेस उम्मीदवार पुरुषोत्तम नरायण सिंह और बसपा उम्मीदवार रामसरण चुनौती दे रहे हैं। साल 2017 विधानसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा उम्मीदवार को 46,236 वोट के अंतर से जीत मिली थी। 56.54 प्रतिशत वोट भाजपा उम्मीदवार जन्मेजय सिंह को मिले थे। इस बार पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है।
कुंडा:
प्रतापगढ़ के अंतर्गत आने वाली कुंडा सीट में पूर्व मंत्री और राजपूत नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया चुनावी मैदान में चल रहे हैं। यह सीट ऐसी है जहां कोई भी उम्मीदवार राजभैया चुनौती नहीं दे पाता है। 1993 से राजाभैया का इस सीट पर लगातार कब्जा है।राजभैया इस बार अपनी नई पार्टी जनसत्ता दल लोकक्रांति के चुनाव चिन्ह के साथ चुनावी मैदान में हैं। साप उम्मीदवार गुलशन यादव चुनौती दे रहे हैं जो उनके पुराने सहयोगी हैं।
कैराना
चर्चा में रहने वाली विधानसभा सीट कैराना से बीजेपी की मृगांका सिंह का मुकाबला समाजवादी पार्टी की ओर से उम्मीदवार नाहिद हसन से है। 2017 के विधानसभा चुनावों में नाहिद हसन ने इस सीट पर मृगांका सिंह को 21,162 वोट अंतर से हराया था। साल 2012 में भाजपा के हुकुम सिंह ने सीट पर जीते थे।
पथरादेवा:
भारतीय जनता पार्टी के नेता सूर्य प्रताप साही पथरादेवा सीट को लेकर चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। सीट पर साल 2017 में हुए चुनाव में सूर्य प्रताप साही 42,997 वोट के बड़े अंतर से जीते थे। साल 2012 में इस सीट पर सपा उम्मीदवार को जीत मिली थी। इस बार साही को इस सीट पर सपा के ब्रह्मशंकर त्रिपाठी, बसपा के परवेज आलम और कांग्रेस उम्मीदवार अंबर जहान से चुनौती मिली।
कन्नौज:
भारतीय जनता पार्टी के तहत कन्नौज से बीजेपी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को उम्मीदवार बनाया गया है। 3 बार के सपा विधायक अनिल कुमार दोहरे को चुनौती दे रहे हैं। साल 2017 में दोहरे ने भाजपा के बनवारी लाल दोहरे को 2454 मतों से हराया था। साल 2012 में भी अनिल कुमार दोहरे ने इस सीट पर बसपा के महेंद्र निम दोहरे को 45,682 वोटों के अंतर से हराया गया था।
मऊ:
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के टिकट से चुनावी मैदान में रहे और फिलहाल वह बीजेपी प्रत्याशी से पीछे चल रहे थे। मऊ सीट से मुख्तार अंसारी जीते थे। अंसारी अब जेल में हैं और उनकी जगह अब्बास अंसारी चुनावी मैदान में थे।