- पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तीफा
- खत को किया ट्वीट, लिखे-सोनिया जी के इच्छा का सम्मान
- पंजाब में कांग्रेस की हुई है करारी हार
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीच में लिखा कि वो अपना पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी जी की इच्छा के अनुसार वो इस्तीफा दे रहे हैं। पंजाब में कांग्रेस की हार पर अमृतसर के सांसद का बयान सामने आया है।अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत औजला का बयान सामने आया था। उन्होंने हार के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को जिम्मेदार ठहराया था। यही नहीं औजला ने सिद्धू को 'अन-गाइडेड' मिसाइल भी बताया था।
पांच राज्यों में हार पर सियासी घमासान
5 राज्यों में हार पर कांग्रेस में घमासान मचा है। आज कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक होनी है। इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का संगठन कमजोर है। पार्टी संगठन में कमजोरी के चलते हार हुई। पंजाब में हार हमारी गलती के कारण हुई। पंजाब में सत्ता विरोधी लहर रोक नहीं पाए।
जी-23 ने हार को बताया निराशाजनक
वहीं कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनावों में कांग्रेस की हार को निराशाजनक बताया। उन्होंने कहा कि मुझे पंजाब में झटके की उम्मीद थी। गोवा और उत्तराखंड में बड़ा झटका लगा। हालांकि सिंघवी ने पार्टी नेतृत्व का बचाव किया और कहा कि पार्टी नेतृत्व ने चुनौतियों का सामना किया। आलाकमान हर चीज को अपने ऊपर लेने को तैयार रहना होगा, पार्टी को निचले सिरे से फिर तैयार करने की जरूरत है।
सोनिया गांधी ने 5 राज्यों के कांग्रेस अध्यक्षों से मांगा इस्तीफा, उत्तर प्रदेश-पंजाब समेत पांचों राज्यों में मिली है हार
सोनिया गांधी ने भी इस्तीफे की पेशकश की थी
कांग्रेस पार्टी ने उन खबरों का खंडन किया था जिसमें गांधी परिवार के सदस्य सभी संगठनात्मक पदों से इस्तीफा देने की बात कही गई थी। हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया ने अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। सोनिया गांधी पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाद्रा के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। साथ ही भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है। उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के नेतृत्व में एक उच्च-स्तरीय प्रचार अभियान के बावजूद, राज्य में कांग्रेस 403 विधानसभा सीटों में से केवल दो पर जीत हासिल कर सकी।